महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) ने बुधवार को कहा कि उसने पूर्व युगल विश्व नंबर एक पेंग शुआई की सुरक्षा को लेकर चिंताओं के कारण चीन में टूर्नामेंट को स्थगित करने का फैसला किया है।डब्ल्यूटीए के मुख्य कार्यकारी स्टीव साइमन ने एक बयान में कहा कि मैं वहां प्रतिस्पर्धा करने के लिए कैसे कह सकता हूं जब पेंग शुआई को स्वतंत्र रूप से संवाद करने की अनुमति नहीं है। साथ ही कहा कि शुआई पर यौन उत्पीड़न के आरोपों का खंडन करने के लिए दबाव डाला गया है।
उन्होंने कहा कि वह वर्तमान की स्थिति को देखते हुए काफी चिंतिंत हैं। साथ ही कहा कि मैं उन जोखिमों के बारे में भी बहुत चिंतित हूं जो हमारे सभी खिलाड़ियों और कर्मचारियों का सामना कर सकते हैं यदि हम 2022 में चीन में कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
गौरतलब है कि चीन की स्टार महिला टेनिस खिलाड़ी और पूर्व विंबलडन चैंपियन पेंग शुआई द्वारा चीन के पूर्व उपप्रधानमंत्री झांग गाओली पर दो नवंबर को यौन शोषण का आरोप लगाया गया था। इसके बाद उनकी गायब होने की खबर भी फैली थी।
इसे देखते हुए डब्ल्यूटीए (महिला टेनिस संघ) ने जहां चीन से सभी व्यावसायिक रिश्ते खत्म करने की धमकी दी वहीं कई टेनिस दिग्गजों और खिलाड़ियों ने इस पूरे मामले में जांच की मांग की है। यही नहीं संयुक्त राष्ट्र ने भी इस पूरे मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए चीन से जवाब मांगा है।
बात दें कि पेंग शुआई ने चीन के पूर्व उपप्रधानमंत्री झांग गाओली पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था। उन्होंने चीनी सोशल मीडिया साइट 'वीबो' पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि झांग ने उनका 3 साल पहले अपने साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया था।'
पेंग का यह पोस्ट पूरी दुनिया में तेजी से वायरल हुआ। लेकिन वीबो ने कुछ ही देर में पोस्ट का हटा दिया था। इसके बाद उनके गायब होने की खबर भी तेजी से दुनिया में फैली। हालांकि कुछ दिनों के बाद वे डब्ल्यूटीए के मुख्य कार्यकारी स्टीव साइमन के साथ वीडियो कांफ्रेंस करती दिखाई दी थी
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