भोपाल । ई-नगर पालिका पोर्टल में बार-बार अपडेशन और प्रापर्टी टैक्‍स की गणना में परिवर्तन आने के चलते आम जनता के संपत्ति कर और अन्य भुगतान अटक जाते है। इसके कारण कई बार नगर निगम अधिकारियों/कर्मचारियों और आम जनता के बीच विवाद की स्थिति बन जाती है। लिहाजा नगर निगम भोपाल एक बार फिर ई-नगर पालिका को बंद करके डेन लाइफ को अपनी आनलाइन गतिविधियों का जिम्‍मा सौंपने जा रहा है। इसके अपडेट साफ्टवेयर 'हाना' के जरिए अब नगर निगम की आनलाइन गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इसकी तैयारियां नगर निगम ने पूरी कर ली है। पुराने पोर्टल पर सुगमता से काम होने के चलते इसे दोबारा शुरू किया जा रहा है।
बता दें कि विगत दिनों हुई नेशनल लोक अदालत में प्रकरणों के निपटारे के दौरान डेढ़ से दो बजे तक आधा घंटे के लिए साफ्टवेयर में खराबी होने के कारण सर्वर डाउन रहा। इस दौरान कर वसूली पूरी तरह ठप रही। खामी यह रही कि जलकर जमा करने वालों को पूर साल में भी सरचार्ज की सौ फीसद छूट दे दी गई। इसको लेकर कई वार्ड कार्यालयों में नोक -झोंक हुई। अलग-अलग बकाया राशि पर सरचार्ज (अधिभार) में छूट दी जाती है। लेकिन यह छूट बकाया टैक्स में मौजूदा साल के बिल में नहीं दी जाती। जबकि लोक अदालत के आयोजन के दौरान ई-नगर पालिका साफ्टवेयर में यह छूट बकायादारों को चालू वित्‍त वर्ष तक दी गई। इस दौरान शिविरों में टैक्स जमा करने आए लोग बड़ी संख्या में वापस लौट गए। इस तरह की परेशानियों का हल अब हाना साफ्टवेयर के जरिए होगा।