बीजापुर. गोली-बारूद के धमाकों से दहलने वाला नक्सल गढ़ (Naxalite) इलाके बस्तर को देश-दुनिया में यू तो लाल आतंक (red terror) के लिए जाना जाता है. आकाश पर जब-तब मंडराते हेलिकॉप्टर की आवाज से लालगढ़ किसी अनहोनी या किसी नक्सल घटना की आशंका से कांप जाता है, जब लोग लाल आतंक के गढ़ में हेलिकॉप्टर (Helicopter) की आवाज सुनते हैं.आमतौर पर नक्सल गढ़ में बने हेलीपेड में या तो जवानों की टुकड़ियां नक्सल ऑपरेशन में जाने की तैयारी कर रही होती हैं. या फिर मुठभेड़ होने पर घायल जवानों को या शहीदों को हेलीकाप्टर से उतरते-उतारते देखा जाता है.दरअसल लाल आतंक के गढ़ बीजापुर में आज एक हेलिकॉप्टर देखकर लोग इसलिए ठिठक गए, क्योंकि हेलिकाप्टर में सैनिक नहीं, बल्कि लाल जोड़ा पहने एक दुल्हन और उसका परिवार वहां पहुंचे थे. बीजापुर में रहने वाले पेशे से ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का विवाह जगदलपुर में हाट कचौरा में रहने वाले विष्णु साहू की पुत्री रेणुका से तय हुआ था.

वादा किया था पत्नी को हेलिकॉप्टर से बुलायेगा
सगाई की रस्म तो जगदलपुर में सम्पन्न हुई, लेकिन शादी की सारी रस्म आज बीजापुर में सम्पन्न होना था.. और दूल्हा बनने जा रहे सुरेश चंद्राकर ने अपनी होने वाली पत्नी को ये वादा किया था कि लाल जोड़े में सजी पत्नी को हेलिकॉप्टर से बुलायेगा. तीन इंफ्रा प्रोजेक्ट के मालिक सुरेश ने आज किराए पर एक हेलिकॉप्टर लिया और जगदलपुर से अपनी पत्नी को बुलाया. सुरेश बासागुड़ा के धुर नक्सल प्रभावित इलाके के रहने वाले है. वादा पूरा कर सुरेश आज विवाह के बंधन में बंधने जा रहे है. सुरेश की शादी की चर्चा के साथ ही नक्सलगढ़ में बदल रही तस्वीर की भी चर्चा आज पूरे बस्तर में हो रही है.