रायसेन में गोलीबारी का लाइव वीडियो सामने आया है। वीडियो में नजर आ रहा है, आरोपियों ने पहले जमकर डंडे और पत्थर चलाए। फिर गोलीबारी की। कभी छत से तो कभी नीचे आकर फायरिंग की। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। घरों की दीवारों पर गोलियों के निशान खूनी संघर्ष की दास्तां कह रहे हैं। गांव में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात है। इधर, गुरुवार को पुलिस के साए में शव का अंतिम संस्कार किया गया।

बुधवार सुबह पठारी इलाके में गोलीकांड के बाद परिजनों ने 5 घंटे तक चक्काजाम भी किया था। कलेक्टर और एसपी के आश्वासन के बाद मामला शांत भी हो गया था। परिजनों की मांग पर टीआई को लाइन अटैच, पटवारी को सस्पेंड और नायब तहसीलदार को बदल दिया गया। गुरुवार को पोस्टमॉर्टम के बाद राजामोहन का शव गांव ले जाया गया। जैसे, शव गांव पहुंचा, तो वहां मातम पसर गया। परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल था। गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

किसकी मौत, कौन-कौन घायल...

घटना में 38 साल के राजमोहन पुत्र मोहक सिंह की मौत हो गई है। वहीं, रघुराज सिंह यादव, राज मुकेश, अर्जुन यादव, मलखान सिंह, संतोष यादव को गंभीर चोट आई है। पुलिस ने मामले में रघुवीर यादव, सतेंद्र सौदान, रणवीर सिंह, फैजन, उधम सिंह, अरुण, धर्मेंद्र, शुभम और सोनू को नामदज आरोपी बनाया है।

घरों की दीवारों पर गोली और खून के निशान

गांव में पीड़ित पक्ष के घरों की दीवारों पर बंदूक की गोली और खून के निशान मौजूद हैं। आरोपियों द्वारा बरसाए पत्थर खूनी संघर्ष का मंजर बयां कर रहे हैं। छत पर बड़े-बड़े पत्थर पड़े हैं। खून के निशान भी हैं। परिजनों ने बताया, आरोपियों द्वारा घर की छत पर से गोलीबारी कर पत्थरों की बौछार की गई थी। गुरुवार को गांव में सन्नाटा पसरा रहा। चारों तरफ पुलिस नजर आई। राजमोहन के 5 बच्चे हैं। इनमें 4 लड़कियों और एक लड़का है। घर में भी मातम पसरा हुआ है।

गांव में 60 पुलिसकर्मी और 6 थाना प्रभारी तैनात

एएसपी अमृत मीणा ने बताया, अभी तक 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। आरोपियों के यहां से 12 बोर कट्टा, तलवार, चाकू और 11 वाहन जब्त किए गए हैं। पीड़ित पक्ष और आरोपी पक्ष के घरों के बाहर और गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। गांव में 60 पुलिसकर्मी और 6 थाना प्रभारी तैनात हैं।

8 लोगों को बनाया आरोपी

घटना में पीड़ित पक्ष द्वारा थाना कोतवाली में शिकायत के बाद 8 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। इसमें सत्येंद्र यादव, सौदान यादव, रणवीर यादव, पेजन सिंह यादव, उधम यादव, धर्मेंद्र यादव, अरुण यादव, शुभम उर्फ गोलू यादव, सोनू किरण यादव को आरोपी बनाया है। मुख्य आरोपी अब तक फरार है।

आरोपी पक्ष है कारोबारी

बताया गया कि आरोपियों द्वारा वन भूमि और आसपास की जगह पर खुदाई कर दी गई है। रोड किनारे ईंट भट्टे समेत कई कारोबार किए जाते हैं। पीड़ित पक्ष के खेत जाने वाले रास्तों पर भी कब्जा कर लिया है। इसी बात की शिकायत प्रशासन से की जा रही थी।