मानसून की बेरूखी ने भोपाल में सूखे की स्थिति पैदा कर दी है। मौसम विभाग की रेड, ब्ल्यू और ग्रीन वाली लिस्ट में भले ही भोपाल 'ग्रीन' यानी एवरेज बारिश वाला जिला हो, लेकिन पिछले साल की तुलना में करीब 20% पानी कम बरसा है। पिछले साल अब तक 33.35 इंच बारिश हो चुकी थी, जबकि अबकी बार 25.47 इंच ही बारिश हुई है। यानी 20% कम। ऐसे में 28 लाख आबादी की प्यास बुझाने वाले बड़ा तालाब समेत कोलार, कलियासोत और केरवा डैम भी खाली ही है।
कोलार डैम : 60% ही भरा
कोलार डैम 40% खाली है। इसकी कुल जलभराव क्षमता 1516 फीट है और इसमें अब तक 1496.32 फीट पानी जमा हुआ है। यानी अब भी करीब 22 फीट पानी की और जरूरत है। पिछले साल इस समय तक इसमें अच्छा पानी जमा हो चुका था। कोलार डैम प्रभारी हर्षा जैनवाल ने बताया कि डैम को फुल टेंक लेवल तक आने के लिए काफी पानी की जरूरत है। तेज बारिश होने के बाद ही डैम भर पाएगा। पिछले साल इस समय तक अच्छी स्थिति थी।
बड़ा तालाब : 4 फीट पानी की जरूरत
बड़ा तालाब को फुल भरने में 4 फीट पानी की और जरूरत है। पिछले साल तालाब अब तक भर चुका था और भदभदा डैम के सभी गेट खुल गए थे। वर्तमान में स्थिति ठीक नहीं है। कई इलाकों में सप्लाई होने से पानी कम भी हो रहा है।
कलियासोत डैम : 12 फीट खाली
कलियासोत डैम करीब 12 फीट खाली है। बड़ा तालाब भरने और भदभदा के गेट खुलने के बाद पिछले साल कलियासोत डैम भी अब तक लबालब हो गया था।
केरवा डैम : अभी भी 7 फीट खाली
केरवा डैम से भी कोलार समेत कई इलाकों में जलापूर्ति की जाती है। वर्तमान में यह 7 फीट खाली है। पिछले साल अब तक डैम फुल भर गया था। हालांकि, सीजन में सबसे ज्यादा पानी केरवा डैम में ही जमा हुआ है।
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