पेरेंट्स ने प्रिंसिपल को बनाया बंधक , 12वीं में 90% वाले बच्चों के 60% आने पर भड़के पालक
संकल्प स्कूल की प्रिंसिपल अनु श्रीवास्तव का बयान -
CBSE ने 12वीं के रिजल्ट का फॉर्मूला 10वीं के 30%, 11वीं के 30% और 12वीं के 40% के अंक के आधार पर 12वीं का रिजल्ट का फॉर्मूला तैयार किया था। बच्चों ने इसी आधार पर रिजल्ट भी तैयार कर लिया। स्कूल की प्रिंसिपल अनु श्रीवास्तव ने बताया, CBSE ने इसके साथ ही रेफरेंस का कैप लगा दिया था। इसमें स्कूल के बीते 3 साल के औसत रिजल्ट से ज्यादा नहीं बन सकता। इसी कारण टॉपर बच्चों के रिजल्ट भी बिगड़ गए। कई बच्चों के तो 20 से लेकर 40% तक कम हो गए। हम बोर्ड को पत्र लिखकर रेफरेंस कैप को हटाने की मांग करेंगे।
120 बच्चों का रिजल्ट हुआ है खराब हुआ है -
पेरेंट प्रियेश शाह ने आरोप, उनके भाई का CBSE फॉर्मूला के आधार पर 80% बन रहा था, लेकिन उसकी मार्कशीट 51% की आई है। उसने फॉर्मूला के अनुसार रिजल्ट बना लिया था। इसी आधार पर उसने कुछ कॉलेजों में बात की थी, लेकिन अब उसे तो कहीं एडमिशन नहीं मिलेगा। ऐसा यहां के 120 बच्चों के साथ हुआ है।
दोबारा परीक्षा क्यों दें, फार्मूले के आधार पर नंबर चाहिए -
प्रियेश ने कहा कि बच्चे फॉर्मूले के अनुसार रिजल्ट तैयार कर चुके थे। वह दूसरे कॉलेज और अन्य तैयारी करने में जुट गए थे। सरकार ने फिर से परीक्षा देने का ऑप्शन दिया है, लेकिन जब बच्चा उस मूड में ही नहीं है, तो रिजल्ट तो इससे भी ज्यादा खराब हो जाएगा। सवाल यह उठता है, रेफरेंस को क्यों लिया जा रहा है। बच्चे की पढ़ाई को ही आधार बनाना चाहिए था।
Source - https://www.bhopalsamachar.com/2021/07/bhopal-news-12-90-60.html
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