कोरोना टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट लेने के लिए लोगों को परेशानियां आ रही हैं। सिटी सिविल अस्पताल में रिपोर्ट हासिल करने के लिए अलग से काउंटर नहीं है। जिस काउंटर पर टेस्ट कराने के कार्ड बनाए जा रहे हैं उसी पर निगेटिव रिपोर्ट भी दी जा रही है। ऐसे में रिपोर्ट लेने में लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उनका फोकस अभी पॉजिटिव केसों पर ज्यादा है।
कैंट के दयालबाग निवासी वतन के पिता विजय शर्मा को सिटी सिविल अस्पताल के 3 चक्कर काटने के बाद निगेटिव रिपोर्ट मिली, वह भी अस्पताल के काउंटर पर कई घंटे इंतजार करने के बाद। बैंगलुरु में आईटी कंपनी में जॉब करने वाले 25 वर्षीय वतन 30 मई को फ्लाइट से चंडीगढ़ आए थे और फिर चंडीगढ़ से अम्बाला। उसी दिन वतन ने सिटी सिविल अस्पताल में अपना कोरोना टेस्ट कराया था। विजय शर्मा ने बताया कि वतन को बैंगलुरु स्थित अपनी कंपनी में कोरोना की रिपोर्ट भेजनी थी, मगर अस्पताल के 3 चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें यह रिपोर्ट नहीं मिली। शुक्रवार दोपहर काे जब वह रिपोर्ट लेने गए तो करीब आधे घंटे तक उन्हें केवल इसलिए इंतजार करना पड़ा क्योंकि कोरोना टेस्ट कराने वाले लोगों के कार्ड इस काउंटर पर बनाए जा रहे थे। यही स्थिति वहां मौजूद कुछ अन्य लाेगाें की भी थी।
3 दिन बाद मिल रही निगेटिव रिपोर्ट
जिन लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है सिविल अस्पताल द्वारा उनको टेस्ट कराने के 3 दिन बाद यह रिपोर्ट दी जा रही है। मगर रिपोर्ट देने के लिए कोई सिस्टम नहीं है और डॉक्टर स्वयं मैन्युअल ही रजिस्टर से रिपोर्ट बना रहे हैं।
यह सिस्टम बना सकता है स्वास्थ्य विभाग
जिन लोगों की रिपोर्ट निगेटिव है, उन्हें मोबाइल पर इसकी जानकारी दी जा सकती है। डॉक्टर लोगों के कोरोना टेस्ट कराने को लेकर व्यस्त रहते हैं जिस कारण अन्य स्टाफ से लोगों की निगेटिव रिपोर्ट तैयार करवाई जा सकती है। इसके अलावा निगेटिव रिपोर्ट लेने के लिए कोई अलग से काउंटर या कोई निश्चित टाइमिंग की व्यवस्था नहीं की गई है। इसका एक काउंटर व टाइमिंग फिक्स करने की जरूरत है।
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