आपके द्वार आयुष्मान 4.0 अभियान 31 अक्टूबर तक
आयुष्मान कार्ड के मामले में खरगोन 42 से 18 रैंक पर पहुँचा
खरगोन -आयुष्मान कार्ड देश एक ऐसा कार्ड है जिससे आपका 5 लाख रुपये तक का
मुफ्त में इलाज संभव है। यह इलाज शासकीय या अशासकीय संस्थाओं में भी संभव है। जिले में
महेश्वर जनपद के बड़वेल में 42 वर्षीय लक्ष्मण ग्रेवाल का उपचार भी इसी आयुष्मान कार्ड की बदौलत
ही हो पाया है। लक्ष्मण कभी अपने मुंह के छालों से परेशान रहता था। इलाज कराने के बाद फिर
ठीक हो जाता और फिर कुछ समय बाद भी छाले। ऐसा एक नहीं कई बार हुआ। एक बार सामुदायिक
स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के दौरान डॉक्टर ने पूरी जांच की। जांच में मुख की बड़ी समस्या समाने आने
पर डॉक्टर ने इंदौर के अरबिंदो अस्पताल रेफर किया। लेकिन इलाज की राशि नहीं होने पर आयुषमान
मित्र ने आयुष्मान कार्ड बनाया और उपचार के लिए इंदौर भेजा गया। यहाँ लक्ष्मण
का 1 लाख 75 हजार रुपये का मुफ्त में इलाज हुआ। इस एक कार्ड की मदद से लक्ष्मण का मुख
केंसर उपचार संभव हुआ। इसी तरह झिरन्या के 41 वर्षीय सोभाग सिंह का भी उपचार इसी कार्ड के
द्वारा हुआ है। सोभाग सिंह को तो ठीक से याद भी नही की उनको कौन सी बीमारी हुई थी। हालांकि
वे रीड की हड्ड़ी से पैर तक की नस में दर्द से कहराते थे। उन्होंने डॉक्टरों को दिखाने के बाद
बुरहानपुर के निजी अस्पताल मुफ्त में इलाज कराया। यह पूरा इलाज आयुष्मान कार्ड के द्वारा ही
सम्भव हो पाया।
जिले में आयुष्मान 4.0
जिले में अब 31 अक्टूबर तक आपके द्वार आयुष्मान कार्ड अभियान चलाया जा रहा है। इसकी
शुरुआत 15 अगस्त से हुई है। आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश में अब तक 2.80 करोड़ कार्ड बनाये
जा चुके है। जबकि 4.70 करोड़ कार्ड बनाये जाने थे। जिले की बात करे तो 20 अगस्त तक
कुल 8 लाख 69 हजार 632 कार्ड बनाये गए हैं। आपके द्वार आयुष्मान 4.0 अभियान के तहत ग्रामीण
क्षेत्रों के लिए जनपद सीईओ को जिम्मेदारी दी गई है। जबकि शहरी क्षेत्रों के लिए सीएमओ काम
करेंगे। इसके लिए ग्रामवार और वार्डवार बचे हुए हितग्राहियो की सूची उपलब्ध करा दी गई है।
3 माह में खरगोन निकला 24 जिलों से आगे
आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये प्रतिवर्ष का उपचार निशुल्क किया जाता है। इसके लिए
शासकीय या निजी अस्पतालों में भी इलाज के लिए सम्बंधित संस्था को शासन द्वारा उपचार में खर्च
हुई राशि उपलब्ध कराई जाती है। आर्थिक रूप से कमजोर नागरिको को इस योजना का हर हाल में
लाभ दिलाने के लिए कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम ने जानकारी लेने के बाद उनके द्वारा ली गई पहली
टीएल बैठक में ही सभी जनपद सीईओ को अभियान के तौर पर आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिए
थे। इसके बाद जिले में एक-एक दिन में करीब 3-3 हजार से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाये गए। जब
कलेक्टर श्री कुमार ने आयुष्मान कार्ड की समीक्षा की उस समय 20 मई को
कुल 7 लाख 39 हजार 766 कार्ड बने थे। इस समय खरगोन जिला प्रदेश में 42 वीं रैंक पर था। इसके
बाद ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में दिन रात कार्ड बनाने का सिलसिला जारी हुआ। जून में जिला 38 वीं
रैंक पर जुलाई में 22 वीं रैंक और 20 अगस्त को 18 वीं रैंक तक आ पहुँचा है। अब जिले में
कुल 8 लाख 69 हजार 632 कार्ड बनाये जा चुके हैं। जिले में 14 लाख 7 हजार 171 कार्ड बनाने का
लक्ष्य दिया गया है।
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