प्रदेश के 800 वन ग्रामों को राजस्व ग्राम का दर्जा दिया जाएगा
जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए संघर्ष करने वाले वीर योद्धा को राज्यपाल ने किया नमन
खरगोन 04 अप्रैल 2022। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि क्रांति सूर्य
जननायक टंटया मामा ने अपना पूरा जीवन भारत माता की आजादी के लिए दिया है।
अंग्रेज जिन नागरिकों के साथ अत्याचार करते थे और उनका जीना दूभर कर दिया था।
ऐसे लोगों को बचाने के लिए टंट्या मामा सर्वथा आगे रहें। वास्तव में जनता की तखलीफो
के लिए लड़ने वाले ऐसे सुरमा ने मप्र की जमीन पर जन्म लिया हमें गर्व है। जिन मूल्यों
के लिए जननायक अंग्रेजों से लड़े थे उन मूल्यों के लिए शासन दृढ़ संकल्पित है।
जननायक गौरव यात्रा के बाद शासन ने 18 फैसले किये थे। उन पर तेजी से अमल जारी
है। पैसा कानून समरता के साथ मप्र की धरती पर लागू किया जा रहा है। सामुदायिक वन
प्रबंधन संस्थान अब माइक्रो प्लान बना कर जनजातियों के गांवो का सुदृढ़ीकरण प्रबंधन
का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि तेंदूपत्ता से होने
वाले लाभ का 75 प्रतिशत संग्राहकों को बोनस के रूप में और 5 प्रतिशत लघु वनोपज का
मालिकाना हक पैसा अधिनियम के तहत ग्राम सभाओं को दे दिया जाएगा। साथ ही
नियम विरुद्ध दिए ऋणों को ऋणों से जनजातीय भाइयों और बहनों को पूरी तरह मुक्त
किया जा रहा है। मप्र साहूकार अधिनियम संसोधन अधिनियम के द्वारा निर्धारित दर से
अधिक दर तक ब्याज वसूलने वाले कर्ज को शून्य कर दिया जा रहा है। ऐसा निर्धारित दर
से अधिक वाला कर्ज देना नहीं पड़ेगा। अभी अनेको वनोपज संग्रहण करने का समय आ
गया है। अगर वनोपज सस्ता बिका तो सरकार वनोपज संघ से न्यूनतम मूल्य निर्धारित
कर खरीदने का काम करेंगे। ताकि जनजातीय भाइयों को वनोपज से नुकसान न हो।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को जननायक टंट्या मामा के जन्मदिन पर
उनकी कर्मस्थली कोठड़ा में जन्मोत्सव कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़कर हजारों की संख्या में
मौजूद जनजातीय समुदाय के नागरिकांे को सम्बोधित किया।
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