रायसेन, 17 मार्च 2022
रायसेन स्थित वन परिसर में आयोजित अपराजिता प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम में कलेक्टर श्री अरविन्द कुमार दुबे ने कहा कि ताइक्वांडो का प्रशिक्षण लेने से बालिकाओं के आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है। ताईक्वांडो से शरीर स्वस्थ रहता है और यह शारीरिक रूप के साथ-साथ मानसिक रूप से भी सशक्त बनाता है। कलेक्टर द्वारा ताईक्वांडों प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली बालिकाओं को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।
कलेक्टर श्री दुबे ने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मरक्षा के गुण सीख कर वे स्वयं के साथ ही दूसरों की रक्षा भी कर सकती हैं। आत्मरक्षा के यह गुर पूरे जीवन में काम आएंगे। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि वह अपनी दोस्तों और परिचित बालिकाओं को भी ताइक्वांडो के प्रशिक्षण हेतु प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि बालिकाएं, बालकों से कहीं अधिक क्षमतावान है। शिक्षा, खेलकूद और भी अन्य क्षेत्रों में बालिकाएं, बालकों से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। शासन का प्रयास है कि बालक और बालिका में कोई भेद ना रहे और इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। बालिकाएं, महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए किसी और पर निर्भर ना हो, वह स्वयं अपनी सुरक्षा कर सके, इसके लिए उन्हें अपराजिता कार्यक्रम के माध्यम से ताइक्वांडो, मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
कार्यक्रम में महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री दीपक संकत ने बताया कि प्रदेश के साथ ही रायसेन जिले में भी किशोरी बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए शासन द्वारा अपराजिता कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च से जिले में किशोरी बालिकाओं के लिए 10 दिवसीय अपराजिता प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया। जिसके तहत महिला बाल विकास विभाग और खेल विभाग के समन्वय से जिले की 150 किशोरी बालिकाओं को ताईक्वांडो का प्रशिक्षण दिया गया।
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