पणजी । गोवा में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि यहां इस बार किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा। लिहाजा अभी से ही कांग्रेस और भाजपा के नेता निर्दलीय उम्मीदवारों को अपने पाले में लाने के लिए संपर्क साधने लगे हैं। गोवा विधानसभा में कुल 40 सीटें हैं। यानी सरकार बनाने के लिए यहां किसी भी पार्टी को 21 सीटों की जरूरत है। नतीजे 10 मार्च को आएंगे।
हालांकि फिलहाल भाजपा और कांग्रेस दोनों मीडिया के सामने अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। गोवा कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने कहा है हमें सबसे ज्यादा सीटें मिलने का भरोसा है। हमें अपने उम्मीदवारों से भी बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। गोवा की जनता ने बदलाव के पक्ष में मतदान किया है। अगर हमारे पास संख्या की कमी होगी, तो हम निश्चित रूप से समान विचारधारा वाले कैंडिडेट से मदद लेंगे।
चोडनकर ने आगे कहा कि निर्दलीय उम्मीदवारों को एक बात समझनी होगी कि वे सभी भाजपा के खिलाफ लड़े थे। उन्होंने आगे कहा हम सरकार बनाने और चलाने के लिए सभी का समर्थन चाहते हैं। कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो सभी लोगों का समर्थन लेगी और बिना किसी परेशानी के सरकार चलाएगी।
भाजपा ने दावा किया है कि वह फिर सत्ता में लौट रही है, कम सीटें आने की स्थिति में भी। भाजपा के एक नेता ने कहा 2017 में, कांग्रेस 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी थी, जबकि भाजपा के पास केवल 13 सीटें थीं। लेकिन जब भाजपा से सरकार बनाने को कहा गया तो सभी छोटे दल समर्थन में आ गए। भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो स्थिर सरकार चला सकती है। उन्होंने कहा गोवा एक छोटा राज्य है और इसे केंद्रीय मदद की आवश्यकता है। भाजपा केंद्र में सत्ता में है, इसलिए गोवा के लोगों के लिए अच्छा होगा अगर भाजपा राज्य में भी सरकार बनाए।
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