स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय मै राष्ट्रीय वेबीनार “राम की शक्ति पूजा और स्वतंत्रता आंदोलन” का आयोजन
एडिटर इन चीफ अभिषेक मालवीय
रायसेन जिला के अग्रणी स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय रायसेन में दिनांक 25 जनवरी 2022 को आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत हिंदी विभाग द्वारा आइक्यूएसी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के सौजन्य से एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन 12:00 बजे से किया गया ।
राष्ट्रीय वेबीनार में विशेष वक्ता के रूप में डॉ. विवेक निराला, अध्यक्ष हिन्दी विभाग, भवन्स मेहता महाविद्यालय, भरवारी, कौशांबी (उ. प्र.), ने आजादी के अमृत महोत्सव से जोड़ते हुए बताया कि प्रस्तुत कविता में राम का संघर्ष किसी दैवीय पुरुष का संघर्ष नहीं बल्कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े आम व्यक्ति का संघर्ष है जो कि औपनिवेशिक समय को अपनी कविता के माध्यम से प्रकट करता है ।
विशिष्ट वक्ता डॉ. अमित कुमार सिंह, सहायक प्राध्यापक हिन्दी, शासकीय महाविद्यालय, फास्टरपुर, बिलासपुर (छत्तीसगढ़), ने अपने उदबोधन में राम की शक्ति पूजा की केंद्रीय संवेदना पर प्रकाश डालते हुए यह बताया कि निराला का काव्य उत्कृष्ट जीवन संघर्ष का काव्य है, जिसमें उनका स्वयं का प्रतिबिंब झलकता है । जिसे प्रत्येक व्यक्ति स्वयं उस प्रक्रिया से गुजरते हुए समझ पाता है । एक प्रकार से यह निराशा के दलदल में डूबते हुए व्यक्ति में आशा का संचार करता है ।
मुख्य वक्ता डॉ. अवधेश कुमार शुक्ला, अधिष्ठाता साहित्य विद्यापीठ, महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा (महाराष्ट्र), ने प्रस्तुत कविता को अपराजेय समर की कविता के रूप में व्याख्यायित किया और यह बताने का प्रयत्न किया कि व्यक्ति का संघर्ष ही मानवता को अमर बनाता है ।
राष्ट्रीय वेबीनार कि अध्यक्षता डॉ. धीरेन्द्र शुक्ला, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी, उच्चशिक्षा विभाग, सतपुड़ा भवन, भोपाल (म. प्र.) करते हुए वर्तमान समय से कविता की प्रसंगिकता पर प्रकाश डाला ।
संस्था की प्राचार्य एवं संरक्षक डॉ. इशरत खान ने अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया । कार्यक्रम का संचालन डॉ. ब्लासियुस मिंज विभागाध्यक्ष हिन्दी, तथा आभार प्रदर्शन डॉ. पल्लवी रिनाहिते सहा. प्राध्यापक हिन्दी, द्वारा किया गया । बेविनार के सफल संचालन हेतु तकनीकी व्यवस्था श्री अनुराग सगर द्वारा की गई ।

Please do not enter any spam link in the comment box.