बस्ती । कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज का जन्म दिन मास्टर शिव के संयोजन में प्रेस क्लब के सभागार में गायन, वादन, नृत्य के साथ मनाया गया। कल्चरल क्यूष्ट नृत्य धाम द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मास्टर शिव ने कहा कि कथक परम्परा में गुरू चरणों में श्रद्धा निवेदित करने का विशेष महत्व है। आज गुरू बिरजू महाराज का भौतिक शरीर हमारे बीच भले न हो किन्तु उन्होने देश दुनियां को जो दिया है नयी पीढी सदैव उनसे प्रेरणा लेगी।
मुख्य अतिथि डा. डी.के. गुप्ता और आंचल सिंह ने कहा कि नृत्य, संगीत हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। प्रकृति के रोम-रोम में उसकी स्वर लहरिया गूंजती रहती है। भगवान शिव से यह परम्परा निरन्तर विकसित होती आ रही है। पंडित बिरजू महाराज की पोती रागिनी महाराज ने लाइब कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर पं. ज्वाला प्रसाद की छात्राओं स्वर्णिमा सोनी, नीलू चौधरी, कवलजीत कौर, नीतेश गौड़, प्रमोद, रणविजय, आदर्श, ने सरस्वती वंदना और स्वागत गीत एवं राग यमन की प्रस्तुति दी। शालिनी ने ‘इठलाती बल खाती, चमकत है दामिनियां’, जान्हवी ने भरी-भरी मटकी, पंखुडी मिश्रा ने ‘ढाई शाम रोक लेई और चख मुख चूम लेई’ तृषा त्रिपाठी ने ‘घर मोरे परदेशिया’ कोमल सिंह ने ‘मोहे रंग दो लाल’ बोल पर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। इसी कड़ी में शान्हवी चौधरी, आरोही शुक्ला, ऐश्वर्या गुप्ता,  अदविका, प्रियंका तिवारी, जिज्ञासा द्वारा प्रस्तुत नृत्य को दर्शकों ने सराहा। इस अवसर पर प्रतिभागियों में प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से संगीत गुरू राजेश आर्य, विनोद उपाध्याय, सन्तोष श्रीवास्तव, आर्ट ऑफ बस्ती अध्यक्ष हाशि अहमद, उत्कर्ष श्रीवास्तव, शुभम गुप्ता, सचिन गुप्ता, डा. फारूक अब्दुल्ला, सरिता शुक्ल, प्रेमलता सिंह, वसीम खान, कमलेश, अश्विनी श्रीवास्तव, गिरजेश, पवन गुप्ता, सतीश, अमित, प्रिया त्रिपाठी, अनस, इन्द्रेश, विपिन सोनी, कुसुम लता मिश्रा, सुरेन्द्र कुमार, सुनीता चौधरी, धनुषधारी चतुर्वेदी, अजीत, वसीम खान, राधेश्याम, साद अहमद शाद आदि उपस्थित रहे।