02 फरवरी 2022 को समाचार पत्रों में परसवाड़ा विकासखंड के ग्राम झिरिया के 11 वर्षीय बैगा बालक शाहिल के बारे में समाचार प्रकाशित किया गया है कि वह माता-पिता के नहीं रहने पर अनाथ है और बाल मजदूरी करता है। कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने इस पर तत्काल संज्ञान लिया और जनपद पंचायत परसवाड़ा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जयदेव शर्मा को बालक शाहिल के बारे में पता करने के निर्देश दिये । जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शर्मा ने बताया कि बालक शाहिल के माता-पिता नहीं होने के कारण वह अपनी दादी एवं चाचा के साथ रहता है। वह कक्षा 04 में पढ़ रहा है। कक्षा 05 वीं पास करने पर उसे छात्रावास में भर्ती कराया जायेगा। वह होस्टल में पढ़ने के लिए तैयार है, जिससे उसे अच्छी शिक्षा मिल सकेगी। बालक शाहिल मजदूरी नहीं करता है। बालक की दादी को पोषण अनुदान के रूप में हर माह एक हजार रुपये की राशि मिल रही है। इसके साथ ही दादी को 600 रुपये मासिक की वृद्धावस्था पेंशन भी मिल रही है। बालक शाहिल की दादी एवं चाचा के अलग-अलग अंत्योदय कार्ड बने हुए है। जिन पर उन्हें माह में 70 किलोग्राम खाद्यान्न मिल रहा है। उसके परिवार का नाम आवास प्लस एप में शामिल है। जिसके कारण उनका नंबर आने पर ही उन्हें आवास योजना का लाभ मिलेगा। बालक शाहिल की दादी वृद्धाश्रम में जाने के लिए इच्छुक नही है और वह इसकी जरूरत भी नही समझती है।
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