लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासी उठापटक जारी है। इसी कड़ी में गाजीपुर की सैदपुर सीट से दो बार के सपा विधायक सुभाष पासी ने निषाद पार्टी की सदस्यता ले ली है। सुभाष पासी को निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने शामिल कराया है। सुभाष पासी गाजीपुर की सैदपुर सीट से एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी होंगे। बीते दिनों गाजीपुर के सैदपुर से दो बार के सपा विधायक सुभाष पासी ने पत्नी समेत भाजपा का दामन थाम लिया था। 
दरअसल, भाजपा कई वजहों से सुभाष पासी को लाकर बेहद खुश है। पहला सुरेश पासी गाजीपुर आजमगढ़ और जौनपुर के कुछ इलाकों में दलितों के वोट के ख्याल से बेहद मुफीद हो सकते हैं, क्योंकि मोदी लहर के बावजूद सुभाष पासी यहां से चुनाव जीतते रहे हैं। दूसरा पूर्वांचल में भाजपा के पास दलितों के इस समुदाय से कोई बड़ा चेहरा नहीं था। तीसरा यह कि भाजपा इस इलाके में राजभर के नुकसान को दलितों के इस सबसे बड़े तबके को अपने पाले में करके थोड़ा भरपाई कर सकती है।
गाजीपुर की सैदपुर विधानसभा सीट एक ऐसी सीट है, जहां से 1996 के बाद से भाजपा का कमल कभी नहीं खिला। पिछले चार चुनावों की बात करें तो दो-दो बार सपा-बसपा के प्रत्याशी की जीत हुई है। 1996 में भाजपा के टिकट पर महेंद्र नाथ भाजपा के टिकट पर जीते थे। इसके बाद 2002 और 2007 में बसपा के कैलाश नाथ सिंह और दीनानाथ पांडेय की जीत हुई थी। सन 2012 और 2017 के विधानसभा चुनावों में सपा के टिकट पर सुभाष पासी ने जीत दर्ज की और विधानसभा में पहुंचे।