10वीं और 12वीं के छात्रों का पाठ्यक्रम नहीं हुआ पूरा, परीक्षा को लेकर बना भय का महौल - दीपक मिश्रा
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सीधी। एनएसयूआई द्वारा शुक्रवार की दोपहर जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन तहसीलदार सीधी को सौंपा गया। एनएसयूआई जिला अध्यक्ष दीपक मिश्रा ने बताया कि 1 फ रवरी से स्कूल खुलने के बाद स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बोर्ड परीक्षाएं तय समय पर होने की बात कही है। 10वीं के एग्जाम 18 फ रवरी से 10 मार्च तक और 12वीं के 17 फरवरी से 12 मार्च तक होंगे। जबकि वास्तविकता के धरातल पर देखा जाये तो अभी तक पाठ्यक्रम ही पूरा नही हुआ ना ही बीते कोरोना की लहर के दौरान पठन पाठन का कार्य ही सुचारू हो पाया है। ऐसे महौल में सारे नियमों को शिथिल करते हुए नियम विरूद्ध ढंग से बिना तैयारी के परिक्षाओं को लेकर जिले के ज्यादातर विद्यार्थियों मे भय का महौल निर्मित हो चला है।
सौंपे गये ज्ञापन के माध्यम से एनएसयूआई ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं इंदर सिंह परमार स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री से मांग की है कि छात्रों के सुनहरे भविष्य को ध्यान में रखते हुए 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाई जाये। जिससे विद्यार्थियों का अच्छी तैयारी करने का समय मुहैया हो सके साथ ही बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके। साथ ही ज्ञापन माध्यम से बताया गया कि यदि छात्रो के भविष्य को देखते हुए मांग नही मानी गयी तो भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन उग्र आंदोलन करने को वाध्य होगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी मध्यप्रदेश शासन की होगी।
ये रहें मौजूद -
ज्ञापन सौंपने के दौरान प्राणनाथ अग्निहोत्री, नवीन यादव, विनीत तिवारी, शिबू यादव, आकाश केवट, शिवम सिंह चौहान, हर्ष सिंह, अतुल सेन, देवांश सोनी, करण सोनी, अर्पित सिंह, आयुष सिंह, संतोष रजक, आशुतोष तिवारी, स्वतंत्र दिव्यांश, उमंग, करण, उमेश, सिद्ध, दिव्य, प्रकाश, अर्पित, मृत्युंजय, हर्ष अंशु, अतुल, नारायण, दीपक, उज्जवल, अर्पित आदि सम्मिलित रहें।
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