कलेक्टर श्री शिवम वर्मा द्वारा ग्राम पाण्डोला के भ्रमण के दौरान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एक शाला-एक परिसर का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होने कक्षा 11वी में बायलॉजी विषय के बच्चों को जहां फाइलम वर्गीकरण के बारें में बताया वही इतिहास विषय के बच्चों को मेसोपोटामिया सभ्यता के बारें में पढ़ाया। इस दौरान उनके साथ अपर कलेक्टर श्री टीएन सिंह, एसडीएम श्री लोकेन्द्र सरल, डीपीओ महिला बाल विकास श्री ओपी पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने विद्यालय के निरीक्षण के दौरान कक्षा 11वी के बायलॉजी विषय के छात्र श्री महावीर जाटव से चर्चा कर अध्ययन अध्यापन के संबंध में जानकारी ली गई तथा परीक्षा की तैयारी के संबंध में की जा रही पढ़ाई पर चर्चा की गई। जिस पर कलेक्टर श्री वर्मा द्वारा फाइलम टापिक पर चर्चा के दौरान बताया कि जीव वैज्ञानिक वर्गीकरण में जीवों के वर्गीकरण की एक श्रेणी होती है, जिसमें विभिन्न जीवों की जातियां एवं प्रजतियों का वर्गीकरण किया जाता है। इसके अंतर्गत एकोरडेटा एवं कोरडेटा श्रेणीयां होती है। स्पाइनल कोड रीड की हड्डी वाले जन्तु कोरडेटा में तथा जिनके बैकबोन नोटोकोड नही होती वह एकोरडेटा श्रेणियों में आते है। कलेक्टर श्री शिवम वर्मा से चर्चा के दौरान छात्र श्री महावीर ने बताया कि वह बडे होकर डॉक्टर बनना चाहता है। इसलिए बायलॉजी विषय लिया है। कलेक्टर श्री शिवम वर्मा ने छात्र को मन लगाकर पढ़ाई करने तथा अपने लक्ष्य में सफल होने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान कलेक्टर श्री शिवम वर्मा द्वारा इतिहास की छात्रा सुश्री गुलिस्ता के होमवर्क को चैक किया गया तथा 3500 वर्ष पुरानी मेसोपोटामिया सभ्यता के संबंध में सवाल जवाब किये तथा बच्चों को मेसोपोटामिया सभ्यता की विशेषताओं के बारें में जानकारी बताया कि इस सभ्यता को सुमेरियन सभ्यता एवं कास्य युगीन सभ्यता के नाम से जाना जाता है।
उन्होने सभी बच्चों को पढाई के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि कोरोना काल में स्कूल आने का कम अवसर मिला है। इसलिए अब पढाई पर फोकस करते हुए वार्षिक परीक्षाओं की तैयारियों में मन लगाकर जुट जाये। उन्होने कहा कि अच्छे नंबरो से पास होकर अपने गांव का नाम रोशन करें।
कलेक्टर श्री शिवम वर्मा द्वारा इस दौरान विद्यालय परिसर का अवलोकन किया गया तथा शौचालयों की साफ-सफाई एवं मैदान की लेबलिंग कराने के निर्देश प्राचार्य को दिये। इस अवसर पर उन्होने जल जीवन मिशन अंतर्गत पेयजल सुविधा का अवलोकन भी किया साथ ही उन्होने विद्यार्थियों के लिए पेयजल हेतु लगी पानी की टंकी के नल से स्वयं पानी पीकर जल की स्वच्छता आदि व्यवस्थाएं भी देखी।
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