
नागौर. देश में सनसनी फैला रहे बुल्ली बाई ऐप का राजस्थान से सीधा कनेक्शन है. इस ऐप का मास्टरमाइंड नीरज विश्नोई नागौर का है. वह यहां के रोटू गांव का रहने वाला है. 21 साल का नीरज इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. उसके ऐप के जरिए महिलाओं की ऑनलाइन बोली लग रही थी. उसे असम के जोरहाट से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हाल ही में गिरफ्तार किया था. पुलिस ने उसे दिल्ली कोर्ट में पेश किया. अब कोर्ट ने पुलिस को नीरज के ठिकानों की जांच करने की अनुमति दे दी है.
जानकारी के मुताबिक, बुल्ली बाई ऐप को बनाने वाला नीरज नागौर के रोटू गांव में पैदा होने के बाद परिवार के साथ असम के जोरहाट चला गया था. वह हाल में पारिवारिक शादी के सिलसिले में राजस्थान आया था. नीरज मध्य प्रदेश के सीहोर स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ( VIT), भोपाल से बीटेक कर रहा था. मामला सामने आने के बाद संस्थान ने उसे सस्पेंड कर दिया है. बताया जाता है कि उसने इस ऐप के लिए स्पेशल ट्रेनिंग ली थी.
उसके साथी भी गिरफ्तार
नीरज ने पुलिस को बताया है कि उसने बुल्ली बाई ऐप से पहले बनाए हुए ऐप सुल्ली डील्स (Sulli Deals) को हूबहू कॉपी किया. उसके कोड और ग्राफिक्स एडिट किया और नया रूप दे दिया. उसने ट्विटर हैंडल @bullibai_ भी बनाया. उसने बताया कि उसने नवंबर 2021 में गिट हब अकाउंट और ऐप बनाया था. दिसंबर 2021 में अपडेट किया था. गौरतलब है कि इस मामले में नीरज की गिरफ्तारी से पहले मुंबई पुलिस ने उत्तराखंड के शहीद उधम सिंह नगर से श्वेता सिंह को गिरफ्तार किया था. पहले उसे ही इस मामले की मुख्य आरोपी बताया जा रहा था. लेकिन, अब दिल्ली पुलिस का कहना है कि श्वेता सिंह, मयंक रावल और विशाल झा नीरज के कहने पर काम करते थे.
पिता चलाते हैं दुकान, दो बहनों में सबसे छोटा
दिल्ली पुलिस का कहना है कि आरोपी के लैपटॉप और फोन से कई सबूत मिले हैं. इनसे लगता है कि वह ही , बुल्ली बाई ऐप का मास्टरमाइंड है. उसके लैपटॉप से कई लोगों की प्रोफाइल भी मिली हैं. इस ऐप के कई सोशल मीडिया अकाउंट भी बनाए गए थे. इन पर प्रोफाइल को प्रमोट किया जाता था. गौरतलब है कि नीरज विश्नोई के पिता असम में दुकान चलाकर गुजारा करते हैं. उसकी दो बड़ी बहनें हैं. उसने साल 2020 में मध्य प्रदेश के सीहोर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए एडमिशन लिया और लॉकडाउन के दौरान घर चला गया. नवंबर महीने में परिवार में शादी थी, जिसमें शामिल होने वह राजस्थान भी आया था. पिता ने पुलिस को बताया है कि उसके दिन भर फोन आते थे. वह पूरे दिन लैपटॉप पर काम करता रहता था. कुछ राजनीतिक पार्टी के लोगों से भी उसके संपर्क थे.

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