रायसेन, 23 जनवरी 2022
पराक्रम दिवस के रूप में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का 125वां जन्मदिन नेहरू
युवा केंद्र के तत्वाधान में मनाया गया। आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष में
अमृत महोत्सव के द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को युवाओं में
नेता जी द्वारा किए गए राष्ट्र निर्माण में कार्य और उनकी भूमिका के साथ
उनके साहस और पराक्रम पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अतुल कृष्ण दुबे
द्वारा नेताजी के बाल जीवन से युवा अवस्था तक पूरे जीवन चरित्र को युवाओं
के समक्ष रखा। सुभाष चंद्र बोस जी के द्वारा आजादी की लड़ाई में
अंग्रेजों को सशस्त्र आंदोलन कर अखंड आजादी का सपना पूरा करने में अपना
पूरा जीवन देश को समर्पित कर दिया और अपनी कुशल संगठन क्षमता के दम पर
अपने विचारों को कार्य के रूप में परिणित कर उस समय के अनेक राष्ट्र चीन
,इंडोनेशिया ,जापान, जर्मनी ,फिलीपींस, कोरिया, जैसे रास्तों से मान्यता
प्राप्त कर अपनी पहली स्वतंत्र सेना"आजाद हिंद फौज"को मान्यता दिलवाई
बचपन में भगवत गीता का ज्ञान और विवेकानंद के विचारों से प्रेरित होकर
समाज हित और भारत की आजादी के लिए जीवन पर्यंत कार्य करते रहें। अंत में
अतुल दुबे द्वारा गोपाल प्रसाद व्यास की नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर
लिखित कविता का पाठ किया।
नेहरू युवा केंद्र रायसेन के अधिकारी श्री योगेश कुमार के निर्देशन पर
सरस्वती विद्यालय रामलीला मैदान में आयोजित अतिथि श्री मुन्ना लाल गौर
(रिटायर्ड आर्मी मैन) एवं वरिष्ठ अधिवक्ता राजेंद्र सिंह ठाकुर जी के
द्वारा नेताजी के पूरे जीवन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर कार्यक्रम में
मुख्य अतिथि अतुल कृष्ण दुबे सहित मुन्ना लाल गौर और राजेंद्र ठाकुर
द्वारा नेता जी के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलित कर
कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। अतिथियों को नेहरू युवा केंद्र के राष्ट्रीय
युवा स्वयंसेवक श्री रवि कुशवाहा द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए
मास्क लगाकर उपस्थित हुए कार्यक्रम का संचालन उमाशंकर दुबे राष्ट्रीय
युवा स्वयंसेवक ने किया।
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