बिलासपुर । पेशी में जिला न्यायालय लाये गए हत्या के आरोपी ने अदालत परिसर से भागने की कोशिस की। आरोपी को अधिवक्ता ने हिम्मत दिखा कर पकड़ लिया है। मामले में मिली जानकारी के अनुसार हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल निवासी 25 वर्षिय युवक इमरान सेंट्रल जेल में बंद था। मामले में आरोपी बनाए गए बन्दी को आज दोपहर पेशी के लिये जिला न्यायालय लाया गया थी। पेशी के लिये लाइन के पुलिसकर्मी आरोपी को जेल परिसर में कैदियों को रखने के लिये बने हवालात लॉकअप में ले कर दोपहर एक बजे के लगभग पहुँचे। पेशी के लिये कोर्ट रूम में नम्बर आने तक आरोपीयो को यही रखा जाता है। उसके बाद नम्बर आने पर सम्बंधित अदालत में पेश किया जाता है। पेशी के लिये लाये गये पुलिसकर्मीयो द्वारा दोपहर को लगभग 1 बजे पुलिस गाड़ी से आरोपी को उतार कर जेल लॉकअप के बैरक में भेजने के लिये आरोपी की हथकड़ी खोली गई। इसी दौरान आरोपी अपना हाथ झटके से छुड़ा कर भागने लगा। आरोपी को अचानक से भागते देख हड़बड़ाए पुलिस कर्मियों द्वारा शोर मचाने के साथ ही पीछा किया गया। आरोपी लगभग 100 मीटर तक ही भाग पाया था,इस दौरान कोर्ट के अभिलेखागार के सामने पक्षकार से चर्चा करते खड़े अधिवक्ता रितेश शर्मा ने पुलिसकर्मियों की आवाज सुनी। आरोपी को तेजी से दौड़ कर भागता हुआ व पिछे पुलिसकर्मियों को देख कर माजरा समझ कर अधिवक्ता रितेश ने अपना पैर फंसा कर आरोपी कैदी को नीचे गिरा दिया और गिरने पर कूद कर उसे पकड़ लिया। इतने में पुलिसकर्मी भी पहुँच गए,कैदी की तेजी से सांस चलने के कारण पुलिस ने उसे सिम्स में भर्ती करवाया हैं।
मैं न्यायालय परिसर के अभिलेखागार के सामने खड़े हो कर अपने पक्षकार से बात कर ही रहा था कि इसी दौरान पुलिस कर्मियों की पकड़ो पकड़ो की आवाज सुनी और कैदी को भागता देख कर माजरा समझकर अपना पैर फंसा कर उसे गिरा दिया। तथा उसको पकड़ लिया। आरोपी को पकडऩे के क्रम में मेरे भी पैर में मोच आयी हैं।