लखनऊ. यूपी में विधानसभा चुनावों (UP Assembly elections) से पहले पूर्वांचल की सियासत में ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले बाहुबली हरिशंकर तिवारी (Harishankar Tiwari) के दोनों पुत्र रविवार को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हो गए. उन्हें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई है. हरिशंकर तिवारी के बडे़ पुत्र पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी, चिल्लूपार के विधायक विनय शंकर तिवारी के साथ ही विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडे, संतकबीरनगर से भाजपा विधायक दिग्विजय नारायण चौबे उर्फ जय और बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी संतोष तिवारी और पायल किन्नर भी सपा में शामिल हो गई. पायल किन्नर ने सपा को समर्थन देने का वादा किया और उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई गई है. उन्हें सपा किन्नर सभा का अध्यक्ष बनाया गया है.
इस मौके पर विनय शंकर तिवारी ने कहा है कि 2017 में जनता के बड़े समर्थन और उत्साह से यूपी में भाजपा की सरकार बनी लेकिन इस सरकार ने लोकतंत्र नहीं राजतंत्र अपनाया. अगर कोई ट्वीट करता तो उसे जेल भेज दिया जाता है, लोगों के बोलने पर पाबंदी लगाई गई. काम किसी और का है पर पत्थर अपना लगवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस सरकार में ब्राह्मण समाज का लगातार अपमान किया गया है. इस सरकार ने एनकाउंटर की नीति अपनाई है.
ब्राह्मण समाज पर बहुत ज्यादा अत्याचार हुए हैं. तिवारी ने आगे कहा कि वर्तमान समय में एनकाउंटर सरकार की पॉलिसी बन गई है. वहीं घोषित करके एनकाउंटर हो रहे हैं. विनय ने कहा कि इस सरकार ने पिछली सरकार की योजनाओं का उद्घाटन किया है. सरकार ने समाज के बिखराव और लोगों को बाटने और विज्ञापन का काम किया.
कहा जा रहा है कि तिवारी परिवार के सपा में शामिल होने से सपा पूर्वांचल में पहले से ज्यादा मजबूत हो गई है. वहां की कई अन्य पार्टियों से भी सपा का गठबंधन हो चुका है. बता दें कि ब्राह्म्ण बनाम ठाकुर की राजनीति के बीच हरिशंकर तिवारी परिवार का सपा में जाने से पूर्वांचल के समीकरण बदल सकते हैं. यह इलाका ब्राह्मण बहुल माना जाता है और हरिशंकर तिवारी पूर्वांचल में ब्राह्मणों के बड़े चेहरे हैं.