बिलासपुर । कोरोना संक्रमण से अभी जिला उबर भी नहीं पाया है ऐसे में डायरिया के कहर ने एक बार फिर से शहरवासियों की चिंता बढ़ा दी। तारबहार, तालापारा क्षेत्र में लगातार डायरिया मरीजों का मिलना प्रारंभ है। इन मोहल्लों के गंभीर रूप से प्रभावित डायरिया मरीजों को जिला अस्पताल सिम्स में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है।
बिलासपुर के कई मोहल्ले इन दिनों डायरिया के चपेट में हैं। खासकर तारबाहर, तालापारा और सरकंडा परिक्षेत्र राजकिशोर नगर, अशोक नगर शामिल है।लेकिन डायरिया का सर्वाधिक असर तारबाहर क्षेत्र में दिख रहा है। जानकारी के मुताबिक आज इस क्षेत्र में मितानिनो के द्वारा घर घर जाकर सर्वे किया गया। जिसमें 123 घरों में मरीजों को ओआरएस क्लोरीन टेबलेट वार्ड वासियों को बांटी गई है । इधर डायरिया के बढ़ते संक्रमण को देखकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा खानापूर्ति के लिए कैंप मोहल्ले में लगाया गया है।
तारबहार के गुरुघासीदास मंदिर के पास कैंप लगाया गया है। जिसमें एक डॉक्टर समेत नर्सों की टीम मौके पर मौजूद थी। जिनके द्वारा मरीजों के परिजन को तत्काल दवा दी जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार दूषित पेयजल के कारण डायरिया बीमारी फैलती है। इस इलाके की अधिकांश पाइपलाइन नाली के आसपास हैं। जिसके चलते अधिकाश कई पाइप लाइन का दूषित हो सकता है। इस पानी के सेवन से बड़ी संख्या में लोगो की तबियत अचानक बिगड़ गई। जिसके चलते लोगो में उल्टी दस्त की शिकयत आने लगी। इसमें कई मरीजों की हालत इतनी बिगड़ गई कि उनको जिला अस्पताल, सिम्स में भर्ती कार्य गया है। इसके अलावा कुछ मरीज निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।