चंडीगढ़। दो साल दो माह के लंबे इंतजार के बाद हरियाणा मंत्रिमंडल में दो नए मंत्रियों को जगह मिली है। 

भाजपा कोटे से हिसार के विधायक डाकमल गुप्ता को मंत्री बनाया गयाजबकि भाजपा सरकार में साझीदार जजपा के कोटे से टोहाना के विधायक देवेंद्र सहरावत बबली को मंत्री पद दिया गया है। भाजपा-

जजपा गठबंधन की सरकार ने जाट और वैश्य समुदाय से मंत्री बनाकर इन दोनों वर्ग का भरोसा जीतने की कोशिश की है।

डाकमल गुप्ता और देवेंद्र बबली दोनों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।

 दो नए मंत्री बनते ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल की कैबिनेट का राजनीतिक कुनबा पूरा हो गया है।

 मुख्यमंत्री ने तमाम अटकलों को खारिज करते हुए अपनी कैबिनेट के किसी भी पुराने मंत्री के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की है। 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की मौजूदगी में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मंगलवार शाम को राजभवन में डाकमल गुप्ता और देवेंद्र बबली को मंत्री पद की शपथ दिलाई।

डाकमल गुप्ता ने संस्कृत में और देवेंद्र बबली ने हिंदी में शपथ ली। 

किसान संगठनों के आंदोलन और कोरोना की वजह से मंत्रिमंडल विस्तार काफी समय से लटका हुआ था। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री जब भी दिल्ली के दौरे पर जातेतभी मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावनाओं को हवा 

मिलती। पिछले छह माह में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री कई बार दिल्ली गए। 

मुख्यमंत्री ने हर बार मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलों को  तो खारिज किया और  ही पुष्टि कीजबकि उप मु

ख्यमंत्री ने पिछले एक माह से मंत्रिमंडल विस्तार के संकेत देने शुरू कर दिए थे।

डाकमल गुप्ता और देवेंद्र बबली के मंत्री बनते ही हरियाणा मंत्रिमंडल की खाली सीटें पूरी हो गई हैं। 

90 सदस्यीय विधानसभा में 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं।

 अभी तक मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री समेत 12 मंत्री थे।

 कमल गुप्ता  देवेंद्र बबली के शपथ ग्रहण करने के बाद मनोहर कैबिनेट पूरी हो गई है। फरवरी-

मार्च में हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र हैजिसके बाद अप्रैल-

मई में राज्य मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव हो सकता है।