किऊल-जमालपुर रेलखंड पर बुधवार की सुबह आनंद विहार-भागलपुर विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। इस रेलखंड पर अवैध दैताबांध रेलवे क्रासिंग पर फंसी एक बोलेरे से ट्रेन की टक्कर हो गई। इस टक्कर में बोलेरो के परखच्चे उड़ गए लेकिन ट्रेन बेपटरी होने से बच गई। हादसे के बाद से बोलेरो सवार फरार हो निकले। 

लखीसराय-मुंगेर एनएच 80 से सूर्यगढ़ा और चानन प्रखंड के कई गांवों को जोड़ने के लिए धनौरी और उरैन स्टेशन के बीच दैताबांध के पास एक रेलवे क्रॉसिंग है। रेलवे ने इसे अवैध माना है। इससे होकर रोज सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। बुधवार की सुबह भी एक बोलेरो यहां से गुजर रही थी। ये बोलेरो क्रासिंग पर फंस गई। उस पर सवार लोग उतरकर चलते बने। चालक बोलेरो को निकालने के प्रयास कर ही रहा था कि तभी डाउन लाइन से विक्रमशिला  गई।

कोहरे के कारण ट्रेन चालक को जानकारी नहीं मिल सकी और ट्रेन बोलेरो को रौंदते हुए निकल गई। इससे बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। बाद में बोलेरो चालकस्थानीय लोग एवं रेलवे के कर्मी ने बोलेरो के मलबे को वहां से हटाया। इस क्रासिंग पर अक्सर इस तरह की घटना होते रहती है। रेलवे ने कई बार बैरिकेडिंग करके इसे बंद किया है लेकिन स्थानीय लोग बार-बार उसे हटा देते हैं। ग्रामीणों की भी समस्या है कि इस रास्ते के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।

उधर ट्रेन में सवार यात्रियों को जैसे ही जोरदार टक्कर सुनाई दी। एक पल के लिए सभी सिहर उठे। गनीमत ये रही कि गाड़ी की कोई भी बोगी पटरी से नीचे नहीं उतरी। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। विक्रमशिला एक्सप्रेस अपनी तेज गति के लिए जानी जाती है। आनंद विहार से भागलपुर के लिए हजारों यात्री इसमें सफर करते हैं।