बिलासपुर । नव पदस्थ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्रीमती पारुल माथुर के द्वारा पुराने बस स्टैंड में किनारे बैठे बुजुर्ग से मारपीट करने एवं आम लोगों के साथ दुव्र्यवहार करने वाले यातायात आरक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। एवं यह स्पष्ट संदेश दिया है कि जनसेवा की भावना से पुलिस को कार्य करना है। और जनता से अच्छा व्यवहार करना ही पुलिस की जिम्मेदारी है।
मामला कुछ तरह था कि गुरुवार रात शराब के नशे में एक पुलिस कांस्टेबल ने जमकर उत्पात मचाया। उसने बीच सड़क पर अपनी एक्टिवा खड़ी कर दी और फिर सड़क किनारे बैठे अधेड़ को लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान कांस्टेबल ने अपनी वर्दी भी उतार दी। आसपास के लोग इक_ा हुए तो कांस्टेबल ने अधेड़ को छोड़ा। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची, लेकिन कांस्टेबल को पकडऩे की जगह चुपचाप लौट गई। सिपाही बनियान पहने ही काफी देर तक वहां घूमता रहा। इस दौरान किसी ने वीडियो बना लिया। मामला तारबाहर थाना क्षेत्र के पुराना बस स्टैंड का है।
जानकारी के अनुसार कांस्टेबल रजनीश लहरे यातायात थाने में पदस्थ था जिसे आज नव पदस्थ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्रीमती पारुल माथुर ने पुराने बस स्टैंड में किनारे बैठे बुजुर्ग से मारपीट करने एवं आम लोगों के साथ दुव्र्यवहार करने वाले यातायात आरक्षक को तत्काल कार्यवाही करते हुए निलंबित कर दिया नवपदस्थ एसपी का नगर में आज पहला दिन था और उनका आते साथ ही यह संदेश दिया जाना अपने आप में एक मिसाल कायम करता है। क्योकि विगत दिनों से आम जनता का पुलिस पर सचमुच भरोसा उठता जा रहा था जो कि सचमुच ही एक गम्भीर समस्या थी पर नव पदस्थ एस पी श्रीमती माथुर के आते साथ ही नगर वासियों में एक नई उम्मीद जाग गईं है तथा पुलिस और जनता के बीच सामंजस्य और विश्वास की परिभाषा का एक नया उदय होने की भरपूर जिज्ञासा को शायद अब मूर्तरूप देने अब नई पहल का आगाज है।
 आज की इस त्वरित कार्यवाही से आम जनता के मन मे नई ऊर्जा का संचार हुआ है आने वाले दिनों में नगर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए नव पदस्थ एसपी ने आम जनता को निर्णायक तत्काल कार्रवाई से संदेश भी दिया है की गलत कोई भी हो चाहे वह विभाग का ही क्यों न हो उस पर तुरंत कार्रवाई होगी और हमें हमारे नगर बिलासपुर के लिए एक ऐसे ही अधिकारी की दरकरार थी जोकि बिलासपुर शहर में बिगड़ी पुलिस पुलिसिंग व्यवस्था पर नकेल कसें और आम जनता के प्रति पुलिस का रवैया सुधरे तथा जनता और पुलिस के बीच एक विश्वास की नई डोर स्थापित हो सके।