इंदौर  जिला न्यायालय में वकील न्यायालयों में काम करेंगे या उनकी हड़ताल फिलहाल जारी रहेगी। यह मंगलवार दोपहर होने वाली इंदौर अभिभाषक संघ की साधारण में तय होगा। वकीलों का एक बड़ा समुह हड़ताल खत्म कर काम पर लौटने के पक्ष में है जबकि अन्य वकील मांग पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रखने के पक्ष में है। काम पर लौटने के पक्ष में जो वकील हैं उनका कहना है कि लंबे लाक डाउन के बाद न्यायालय पटरी पर लौटे हैं।

कई वकील ऐसे हैं जिनके पास स्थाई आय का कोई जरिया नहीं है। लंबे समय तक कार्य से विरत रहने की स्थिति में ऐसे वकीलों के सामने संकट खड़ा हो जाता है। दूसरी तरफ हड़ताल के पक्ष में खड़े वकीलों का कहना है कि यह वकीलों के सम्मान का प्रश्न है। समझोता नहीं किया जा सकता।

हजारों प्रकरणों की सुनवाई हो रही प्रभावित

जिला न्यायालय में वकील नौ दिसंबर से ही काम नहीं कर रहे। इसके चलते रोजाना आठ से 10 हजार प्रकरणों की सुनवाई प्रभावित हो रही है। पक्षकार स्वयं न्यायालयों के समक्ष उपस्थित होकर सुनवाई आगे बढ़ा रहे हैं। जिन मामलों में वकील और पक्षकार कोई उपस्थित नहीं हो रहा न्यायालय उन्हें खारिज भी कर रहा है। 12 दिन की हड़ताल में सैंकडों केस खारिज हो चुके हैं।

यह है वकीलों की मांग

वकीलों का आरोप है कि जिला न्यायालय में पदस्थ दो न्यायाधीशों का व्यवहार वकीलों के प्रति सम्मानजनक नहीं है। ये न्यायाधीश वकीलों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। वकील इन न्यायाधीशों के स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं।