जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र समाज के सभी वर्गों को अपने कार्यक्रमों के माध्यम से पारम्परिक कलाओं से जोड़ने का कार्य करे। उन्होंने जनजातीय कलाओं, विलुप्त होती कलाओं, वाद्यों, शैलियों के संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जाने पर भी बल दिया। राज्यपाल मिश्र बुधवार को यहां राजभवन में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के अध्यक्ष के तौर पर परिषद के शाषी निकाय और कार्यकारी निकाय की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्थानीय कलाओं और नामचीन कलाकारों के अनुभवों एवं योगदान के बारे में प्रलेखन को प्रोत्साहन देने के लिए केंद्र को लेखक फेलोशिप योजना और कलाकार-लेखक यात्रा जैसे आयोजन शुरू करने चाहिए।
राज्यपाल ने केंद्र को अपने आयोजनों के व्यापक प्रचार-प्रसार और उसकी ब्रांडिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के साथ सहभागिता करने और सोशल मीडिया का अधिकाधिक उपयोग कलाओं के प्रोत्साहन के लिए करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ने के लिए भी काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नई कला प्रतिभाओं तथा उनकी कला को प्रोत्साहन देकर कलाकारों की नई खेप तैयार करने की दिशा में भी केंद्र को पहल करनी चाहिए। केन्द्र की निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने वार्षिक योजना व कार्यक्रमों का विवरण प्रस्तुत किया।