नई दिल्ली. भारत में लड़कियों की शादी की उम्र को 18 साल से बढ़ाकर 21 साल करने का फैसला किया गया है. अब केंद्र सरकार के इस फैसले पर सिसायत का दौर शुरू हो गया है. हाल ही में समाजवादी पार्टी के विधायक और नेता अबु आजमी ने लड़कियों की उम्र को लेकर विवादित बयान दिया है. वे सरकार के इस कदम को गलत मान रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर शादी में देरी होती औऱ लड़का या लड़की औऱ गुनाह करते हैं, तो इसका पाप मां-बाप को मिलेगा.

जैसे ही बच्ची हमारी बड़ी हो जाती है, बालिग हो जाती है यानि शादी के काबिल हो जाती है. लड़का हो या लड़की उसकी तुरंत शादी करा दो. अगर शादी नहीं मिलती है, तो इंतजार करो तब तक. लेकिन जैसे ही उसकी शादी उसका जोड़ा कहीं मिल जाता है, तो उसकी शादी किन्हीं और कारणों से लेट करोगे और उस लड़की या लड़के ने गुनाह किया या किसी और के संपर्क में आकर कोई ऐसी एक्टिविटी किया, जिससे पाप हो सकता है तो उसका पूरा पाप मां-बाप को मिलेगा. उन्होंने बहुत देर किया शादी करने को.’
इस दौरान सपा नेता का कहना है कि जब लड़की अपनी लड़की मेरी बेटी मेरी बहन घर में अकेली है, तो भी मेरे संस्कार यह मुझे बताया गया है कि अकेली बेटी के साथ मत रहो, ‘शैतान कभी सवार हो सकता है’. सरकार के फैसले पर आजमी ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि भगवान और अल्लाह की बनाई हुई ‘सल्तनत’ में दखल देने से असंतुलन हो जाता है. इससे पहले भी सांसद सैयद तुफैल हसन समेत कुछ नेता लड़की की शादी की उम्र को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं.