सारंगपुर।। समीपवर्ती गांव पडाना में पर्यावरण मित्र मंडल एवं ग्रामीण वासियों के सहयोग से श्री श्री 108 कौशल किशोर दास महाराज के सानिध्य में सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा आयोजित की जा रही है कथा महोत्सव के छठे दिन कथावाचक संत वर्षा नागर ने भगवान की कृष्ण और रुक्मणी विवाह की कथा सुनाई इस दौरान विवाह का मंचन भी किया गया इस मौके पर भगवान श्री कृष्ण की बारात निकाली गई जो कि नरसिंह मंदिर से होते हुए कथा पंडाल स्थल पर पहुंची जहां भक्तों ने बधाई गीत गाकर श्री कृष्ण और रुक्मणी विवाह का आनंद लिया संत वर्षा नागर ने भागवत कथा का महत्व बताया और कहा कि माता-पिता से बढ़कर कोई सेवा नहीं है यदि माता-पिता की सेवा कर रहा है समझो वह भगवान की सेवा कर रहा है वृद्धावस्था में लोगों को जितना हो सके उतना बचा के अपने पास रखना चाहिए किसी से किसी के वशीभूत ना रह सके खतौनी श्री कृष्ण और रुक्मणी के प्रेम का भाव श्रोताओं को समझाया इस दौरान उन्होंने रुकमणी और श्री कृष्ण की प्रेम की लीलाओं का रोचक वर्णन किया वही हिंदू रीति रिवाज से श्री कृष्ण रुक्मणी का विवाह कराया गया बारात के बाद दोनों के पैर पूजन की रस्म निभाई गई इसमें भक्तों ने भगवान श्री कृष्ण और रुक्मणी को उपहार स्वरूप बर्तन कपड़ा नगदी सहित कई सामान भेंट किया कथा के मुख्य यजमान यशवंत माली एवं प्रतिदिन कथा के यजमान टीकम गुप्ता दिलीप खाती रामबाबू परमार दद्दू रवि गुप्ता अखिलेश पुष्पद संतोष गोस्वामी ने भागवत महापुराण की पूजा आरती की इसके बाद प्रसादी वितरित की गई कथा का श्रवण करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं इस दौरान कथावाचक वर्षा नागर के द्वारा मधुर भजन पेश किए इस पर मौजूद श्रद्धालु झूम उठे इस दौरान सौरभ वर्मा महेश खाती संतोष चतुर्वेदी दिनेश सेन सहित श्रद्धालु कथा में सम्मिलित हुए।
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