नई दिल्ली।
रेलवे का टीटीई अपने भाई के साथ मिलकर रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा देकर लाखों की ठगी को अंजाम दिया है। आरोपितों ने एक युवक को झांसे में लेकर पांच लाख रुपये की ठगी की है। पीड़ित युवक की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने धोखाधड़ी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। बताया जा रहा है कि आरोपित ने दर्जनों युवकों को अपने झांसे में लेकर लाखों रुपये हड़पे हैं। आरोपित टीटीई कई दिनों से ड्यूटी पर भी नहीं आ रहा है। विमल सिंह परिवार के साथ दक्षिणपुरी इलाके में रहते हैं। वह एक सरकारी बैंक में अस्थायी तौर पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं।
टीटीई जुबेर मसूद बैंक में अपने कार्यो के लिए आता था। वर्ष 2018 में विमल को जुबेर मसूद ने कहा कि वह रेलवे में नौकरी लगवा देगा। उसका बड़ा भाई परवेज मसूद ओखला रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन सुपरवाइजर है और उसकी पहुंच ऊपर तक है। वह लोगों की रेलवे में नौकरी लगवाता है। इसके बाद आरोपित ने विमल से पांच लाख रुपये और शैक्षणिक दस्तावेज ले लिया। आरोपितों ने कहा कि 10 से 15 दिन में उसकी नौकरी लग जाएगी। लेकिन कुछ दिन बाद आरोपित जुबेर मसूद और परवेज मसूद दोनों ने अपना फोन बंद कर लिया और फरार हो गए।
दर्जनों युवकों से की है ठगी
विमल के मुताबिक दोनों भाइयों ने दर्जनों युवकों से नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी की है। दिल्ली के पांच युवकों से भी आरोपितों ने लाखों की ठगी की है।
उधर दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर पुलिस ने लूटपाट के मामले में फरार घोषित बदमाश समेत दो को गिरफ्तार कर उनसे लूट का मोबाइल और बैग बरामद किया है। गिरफ्तार लुटेरों की पहचान वाल्मीकि कैंप बेगमपुर मालवीय नगर निवासी अमित उर्फ कालिया और मदनपुर खादर निवासी विजय के तौर पर हुई है। अमित इलाके का घोषित बदमाश है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 11 दिसंबर को एक शिकायतकर्ता ने मालवीय नगर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 10 दिसंबर को जब वह कार्नर मार्केट जा रहे थे। तभी अचानक दो लोग उसके पास आ गए और उसका मोबाइल और बैग लूट कर मौके से फरार हो गए। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अमित उर्फ कालिया को गिरफ्तार कर लिया।
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