बाबा साहब आज हमारे बीच नही हैं परंतु उनके विचार आज भी हमारे बीच मौजूद है: मुकेश बौद्ध
-बाबा साहब की 65 वी पुण्यतिथि कार्यक्रम आयोजित कर मनाई
अदनान खान सांची रायसेन।
सांची नगर में राष्ट्रीय बौद्ध महासभा, संत रविदास समिति के तत्वावधान में भारत रत्न, बोधिसत्व बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर की 65 वें महापरिनिर्वाण दिवस पर नगर सांची के बस स्टेंड पर स्थित बाबा साहब की स्टेचू पर माल्यार्पण, धूपबत्ती, मोमबत्ती प्रवज्वलित कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पुण्यतिथि मनाई गई । इस अवसर पर मुकेश बौद्ध द्वारा बताया गया कि आज हमारे बीच में बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर नही है। परंतु उनके विचार आज भी हमारे बीच में हैं। जो आज भी प्रासंगिक है। उनके द्वारा लिखित पुस्तकें हमारे बीच में हैं। हमको गरीब और असहाय लोगों की हर संभव मदद चाहिए। यही हमारा नैतिक धम्म है। बाबा साहब के द्वारा हमको स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा लिखित संविधान दिया गया एवं सहित अन्य कई बड़ी बड़ी परियोजनाएं दी है। जिसमें हीरा कुंड बांध, दामोदर घाटी परियोजना सहित सोन नदी परियोजना विशेष है ।बाबा साहब के द्वारा अपने अंतिम समय में सबसे बड़ा ग्रंथ को लिखकर हमें दिया। "द बुद्धा एन्ड हिज धम्मा " बुद्ध और उनका धम्म इस पवित्र ग्रंथ को सभी को पढ़ना चाहिए। और अंत में हमको संदेश दिया कि शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो । इस अवसर पर नरेश चौधरी ने बताया कि वंचित शोषित समाज के उत्थान के लिए पूरा जीवन लगा दिया। यंहा तक उन्होंने कई कष्ट सहे। लेकिन उन्होंने हार नही मानी। वह संघर्ष करते रहे। राजू वाल्मीकि द्वारा बताया गया कि बाबा साहब दलित शोषित वंचित समाज के मसीहा थे। जिन्होंने छुआछूत जैसी कुरूतियो को जड़ से मिटाने के लिए मनुवादी व्यवस्था से संघर्ष करते रहे और उन्होंने संविधान के माध्यम से इसको समाप्त करने का कार्य किया। लीलाकिशन अहिरवार द्वारा बताया गया कि बाबा साहब द्वारा अपने अंतिम संदेश में कहा था कि आज जो मैंने तथागत गौतम बुद्ध का धम्म आपको दिया है। इससे आपका भला होगा। इस अवसर पर पप्पू रेवाराम वरिष्ठ समाज सेवी, अध्यक्ष संत रविदास समिति साँची, मुकेश बौद्ध आई टी सेल प्रभारी राष्ट्रीय बौद्ध महासभा, एवं संत रविदास समिति सांची के सदस्य लीलाकिशन अहिरवार, मोहन सिंह उर्फ मोनू अहिरवार, नरेश चौधरी, राजू वाल्मीक, गोपाल अहिरवार, सोनू अहिरवार, दीपक पलया, अशोक अहिरवार, संतोष अहिरवार, बृजेश अहिरवार, विक्रम अहिरवार, रामू अहिरवार, राजू अहिरवार, सुनील चौधरी, घनश्याम अहिरवार, वीरेंद्र चौधरी, हरि सिंह अहिरवार, जितेंद्र चौधरी, गोलू अहिरवार, रवि अहिरवार, उपेंद्र बौद्ध, विशाल अहिरवार, दीपक अहिरवार, शिवकांत अहिरवार, संजू वंशकार, दीपक वंशकार, अनिल अहिरवार, सुदीप अहिरवार, विक्की बौद्ध,अभिषेक अहिरवार, विशाल अहिरवार, शेखर अहिरवार सहित समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

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