
जयनगर । फर्जी लीज डीड के आधार पर 257 करोड़ के बैंक लोन घपला का एक मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में मगध स्पन पाइप लि. के प्रबंधक महाराष्ट्र के ठाकुर विलेज, कांदीवाली ईस्ट निवासी सुभाष अभिमन्यू सिंंह ने कोडरमा जिले के जयनगर थाना में मामला दर्ज कराया है।
इसमें जूपिटर स्पन पाइप एंड कास्टिंंग प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक नवरूल भट्टाचार्य, इनकी पत्नी शंपा भट्टाचार्य, सॉल्ट लेक सिटी कोलकाता, कोलकाता स्टेट बैंक आफ इंडिया ओवरसीज ब्रांच के शाखा प्रबंधक व शाखा के अन्य अधिकारियों को आरोपित बनाया गया है।
पूरा मामला जयनगर प्रखंड अंतर्गत ग्राम गेडेनगर में स्थित गेडे आयरन एंड स्टील कंपनी से जुड़ा है। वर्ष 1962 में तिब्बती धर्मगुरू दलाईलामा द्वारा स्थापित यह फैक्ट्री 1976 तक चालू अवस्था में थी। इसके बंद होने के बाद फैक्ट्री विवादों में फंसती चली गई।
बैंक ने फैक्ट्री को कर दिया सील
जयनगर थाना को दिए आवेदन में सुभाष सिंंह ने कहा है कि उन्होंने शंभू आचार्या से मगध स्पन पाइप लिमिटेड को दिनांक 19.03.08 को टेकओवर लिया। टेकओवर लेने के बाद प्लांट को चलाने के लिए वहां पूर्व से कार्यरत मजदूरों का बकाया भुगतान किया। साथ ही प्लांट की सुरक्षा के लिए वहां और भी कई कार्य करवाए। इस बीच प्रशासन ने उनके द्वारा लगाए बोर्ड को ब्लैक कलर से पेंट कर दिया और बैंक द्वारा फैक्ट्री को सील कर दिया गया।
पूर्व में गेडे आयरन एंड स्टील कंपनी के नाम से चल रही थी
उन्होंने कहा है कि फैक्ट्री पूर्व में गेडे आयरन एंड स्टील कंपनी के नाम से चालू थी, जो 1976 में बंद हो गई और लिक्विडेशन में मामला कोलकाता उच्च न्यायालय के पास गया। वर्ष 2011 में कोलकाता उच्च न्यायालय द्वारा बिहार राज्य औद्योगिक विकास निगम को हस्तांतरित किया गया, लेकिन बीएसआइडीसी कंपनी को चलाने में असमर्थ रही। मगध स्पन पाइप लिमिटेड को फैक्ट्री बिक्री कर दी गई। तब से फैक्ट्री पर कंपनी का मालिकाना हक चला आ रहा है। बाद में वे मगध स्पन पाइप के नए संयंत्र की स्थापना में लगे थे।
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