सूक्ष्म, छोटे और मझोले उद्योगों (MSME) को फाइनेंशियल असिस्टेंस देने के लिए सिडबी (SIDBI) और Google India ने हाथ मिलाया है। Google India ने लोन प्रोग्राम के तहत 110 करोड़ रुपये का कॉर्पस फंड रखा है। इस मौके पर बैंक के CMD एस रमन्न ने कहा कि गूगल के साथ सिडबी मिलकर छोटे उद्योगों को कर्ज मुहैया कराएगा।
Sidbi उन MSME को लोन मुहैया कराएगी, जिनका टर्नओवर 5 करोड़ रुपये तक है। ऐसी कंपनियों को 25 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये तक का लोन मिलेगा। इस साझेदारी में महिला उद्यमियों द्वारा चलाई जा रही इकाइयों को कर्ज देने में वरीयता दी जाएगी। इसका ब्याज भी कम दर पर होगा।
रमन्न ने कहा कि MSME देश की इकोनॉमी की लाइफ लाइन हैं। वे ग्रोथ में मदद करते हैं। इस क्रम में Sidbi ने इस साल अप्रैल में घटी ब्याज दरों वाले दो उत्पाद तैयार किए थे। ताकि MSME को कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए आक्सीजन सिलेंडर, आक्सीमीटर जैसे अन्य जरूरी सामानों की आपूर्ति बढ़ने में सक्षम बनाया जा सके। SIDBI ने कहा था कि इन योजनाओं के तहत की गयी वित्तीय सहायता से महामारी के दौरान MSME द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीमीटर और जरूरी दवाओं की आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी।
SIDBI ने तेजी से कर्ज देने के लिए दो उत्पादों की घोषणा की थी। इनमें पहला श्वांस (कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ युद्ध में स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र को सिडबी की सहायता) था। दूसरा उत्पाद आरोग (एमएसएमई को भरपाई और सामान्य वृद्धि के लिए सिडबी की सहायता) था।ये योजनाएं सरकार के मार्गदर्शन में तैयार की गईं थी। इनका मकसद ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ऑक्सीमीटर और आवश्यक दवाओं की आपूर्ति से संबंधित उत्पादन और सेवाओं के लिए वित्त पोषणा मुहैया कराना था।
इन योजनाओं में सभी दस्तावेजों या सूचनाओं के मिलने के 48 घंटों के भीतर 4.5 प्रतिशत प्रति वर्ष की आकर्षक ब्याज दर पर दो करोड़ रुपये की रकम एमएसएमई इकाई को दी जा सकती है।

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