भोपाल : लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने श्रमिकों से आग्रह किया है कि वे पहले वैक्सीन लगवाएँ और फिर काम पर जाएँ। मंत्री डॉ. चौधरी ने आज सुबह नेहरू नगर चौराहा स्थित पीठा पर पहुँचकर श्रमिकों से कहा कि जिन्होंने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाया है, वह वैक्सीन लगवाएँ, इसके बाद काम पर जाएँ।

श्रमिकों के लिये उनके एकत्रित होने वाले स्थान (पीठा) पर बनाया गया टीकाकरण केन्द्र श्रमिकों के आने के साथ आज सुबह ही शुरू कर दिया गया। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि हमारे श्रमिक बंधु जानकारी के अभाव में अथवा टीकाकरण केन्द्र पास में नहीं होने पर कोरोना वैक्सीन का टीका नहीं लगवा पा रहे थे। ऐसे में उनके एकत्र स्थल (पीठा) पर कोविड टीकाकरण महाअभियान-6 में टीकाकरण केन्द्र बनाये गये हैं। पीठा पर बनाये गये टीकाकरण केन्द्र पर सुबह से ही टीका लगाना शुरू कर दिया गया, जिससे श्रमिक बंधु आसानी से टीका लगवा सकें। मंत्री डॉ. चौधरी ने श्रमिक बंधुओं से कोविड टीका लगवाने की अपील की और टीका लगवाने वाले श्रमिकों को फूल भेंट कर स्वागत किया।

मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि प्रदेश के 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को 25 दिसम्बर तक कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज़ लगाने के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये नवम्बर माह के प्रत्येक बुधवार के दिन टीकाकरण महाअभियान संचालित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में कोरोना वैक्सीन के टीके उपलब्ध हैं। अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों को टीके लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि अब तक 7 करोड़ 59 लाख से अधिक कोरोना टीके लगाये जा चुके हैं। इनमें 5 करोड़ से अधिक पहली डोज़ और 2 करोड़ 59 लाख से अधिक दूसरी डोज़ शामिल है। प्रदेश के 100 प्रतिशत पात्र लोगों को कोरोना टीके लगाने के लिये विशेष रणनीति तैयार की गई है। इस रणनीति में ऐसे व्यक्तियों को खोजकर टीके लगवाना है, जिन्होंने अब तक टीके नहीं लगवाये हैं। ऐसे श्रमिक जो अपने निवास स्थान को छोड़कर महानगरों में रोजगार के लिये अस्थायी तौर पर आते हैं, वह भी कोरोना टीके से वंचित नहीं रहें, इसके दृष्टिगत श्रमिक बंधुओं के एकत्रित होने के स्थान (पीठा) पर टीकाकरण केन्द्र बनाये गये हैं। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी/कर्मचारी, अन्य विभागों के अधिकारी/कर्मचारियों के साथ समन्वय कर शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगे।