भोपाल । कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मंगलवार को राफेल पर बुलाई प्रेसवार्ता में मीडिया के सवाल पर कहा कि कांग्रेस निजीकरण के खिलाफ नहीं है। रानी कमलापति के नाम पर रेलवे स्टेशन का नाम रखना स्वागत योग्य है। लेकिन क्या कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं था। जिस पर उनका नाम रखा जा सकता था। ऐसा क्या है कि इस देश में विकास का मतलब नाम बदलना हो गया है। उन्होंने बीजेपी का नाम लिए बगैर कहा कि आप नाम बदलिए, लेकिन विकास भी तो करिए। उन्होंने कहा कि जिन संसाधनों को भारतीय कर दाताओं के पैसों से बनाया गया। उसका निजीकरण करके आप कौन सा विकास कर रहे हैं। आप उसकी जगह 10 और नए रेलवे स्टेशन बनाते। उन्होंने कहा कि निजीकरण करके गरीब लोगों की सहूलियतों पर प्रभार कर रहे है। यह खुलेआम लूट है। यह उन लोगों पर तमाचा है, जो पूछते थे कि कांग्रेस ने 70 साल से कांग्रेस ने क्या किया है। उनको जवाब है कि कांग्रेस ने वह संसाधन बनाए जिनको बेचे बिना आपका काम नहीं चल रहा है।

बेरोजगारी, महंगाई पर एक शब्द नहीं निकलेगा
आजादी के बाद की सरकारों के आदिवासियों के साथ स्वार्थ की राजनीति करने के आरोप पर सुप्रिया ने कहा कि मोदी जी कैमरा देखकर बहक जाते है। उनसे राफेल, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, किसान के शोषण पर पूछ लीजिए, एक शब्द नहीं बालेंगे। उनको लगता है कि आदिवासी की वेशभूषा में आकर उनकी बात करेंगे और आदिवासी उनकी बात मान जाएंगे। मोदी जी निजीकरण कर आदिवासियों का आरक्षण खत्म कर रहे है।

महात्मा गांधी, भगत सिंह भिखारी थे?
भीख की आजादी के कंगना रनौत के बयान पर सुप्रिया ने कहा कि एक सिरफिरी औरत को लगता है कि हमारी आजादी को भीख कहकर निकल जाएगी और आजादी के 75वें वर्ष में हम मुख दर्शक बनकर उसकी बात सुनते रहेंगे। बीजेपी ने एक बार भी उनके बयान की भत्र्सना नहीं की। इसका क्या मतलब है कि महात्मा गांधी से लेकर जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चन्द्र बोस, सरदार पटेल, भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिसमिल यह सब भिखारी थे। यह भीख में आजादी लेकर आए थे। जिस आजादी के लिए करोड़ों लोगों ने बलिदान दिए उसको भीख कहना कैसी नैतिकता है। क्या ऐसे बोलने वाले व्यक्ति के पास पद्यश्री होना चाहिए?

सभी मुगल खराब नहीं थे, कुछ अच्छे भी थे
सलमान खुर्शीद की मुगलों को लेकर आई किताब पर पूछे सवाल पर सुप्रिया ने कहा कि सब मुगल खराब नहीं थे। बहुत अच्छे मुगल शासक भी थे। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अतिक्रमण किया, जिन लोगों ने जबरदस्ती की। उनका नाम कोई नहीं लेता है। अकबर का नाम तो हम सब लेते है। जिन लोगों ने लूटा खसोटा उनको इतिहास गौरवाविंत नहीं करता है। यह सभी को एक ब्रश से पेंट करने जैसा है। जिन्होंने इस देश को बड़ी-बड़ी जीडीपी, बड़ी-बड़ी इमारते दी।

महंगाई कभी डायन थी आज डार्लिंग हो गई
सुप्रिया ने कहा कि महंगाई भी आने वाले पांच राज्यों के चुनाव में मुद्दा हो गया। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दामों में बड़ी बढ़ोतरी की और कम करने के नाम पर लॉलीपॉप दे दिया। आज महंगाई से लोगों का जीना मुहाल हो गया है।

राफेल घोटाले में अपनी भूमिका स्पष्ट करेंगे पीएम
सुप्रिया ने कहा कि राफेल विमान घोटाले के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भूमिका स्पष्ट करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बहुत सी सच्चाई जनता जनता के सामने है, लेकिन राफेल घोटाले के घटनाक्रम को बहुत गौर से देखना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सीबीआई डायरेक्टर को 23 अक्टूबर 2018 को रातों रात इसलिए हटाया गया, क्योंकि वह राफेल घोटाले की जांच करने वाले थे। उन्होंने यह भी कहा कि 16 मार्च 2019 को दलाली सुशेन गुप्ता के घर पर प्रवर्तन निदेशालय ने रेड डाली और वहां से पांच महत्वपूर्ण दस्तावेज हासिल किए। यह दस्तावेज राफेल की खरीदी से सीधे जुड़े थे और भारत सरकार के अत्यंत गोपनीय दस्तावेज थे।