भोपाल । कांग्रेस हर वार्ड में अब वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी बनाकर संगठन को मजबूत करने का प्रयोग कर रही है। वरिष्ठ नेताओं को उनके वार्डों से दूसरे वार्डों में प्रभारी बनाकर भेजा जाएगा, ताकि वे उस वार्ड के नेताओं में समन्वय बना सकें और पार्टी के कामों को आगे बढ़ाएं। इसके साथ ही ये लोग सदस्यता अभियान का भी काम करेंगे।
उपचुनाव में भले ही तीन सीटों पर कांग्रेस हार गई हो, लेकिन एक विधानसभा सीट जीतने के बाद कांग्रेसियों का हौसला कायम है। पिछले दिनों हुई बैठक के बाद तय हुआ था कि वार्ड और बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत किया जाए। कांग्रेस ने जिले में संगठन प्रभारी तो बना दिए, लेकिन संगठन प्रभारी ही समय पर बैठकें लेने नहीं आते हैं और न ही अभी उपचुनाव में कुछ खास कर पाए। संगठन को मजबूती देने के लिए अब वार्ड स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। हर वार्ड में कांग्रेस के एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता को प्रभारी बनाया जा रहा है, ताकि वे अपने-अपने वार्ड में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने का काम करें। इनकी सूची तैयार की जा रही है।
वार्ड और मंडलम स्तर पर काम
वार्डों के प्रभारियों को वार्ड और मंडलम स्तर पर काम करना होगा। वार्ड के नेताओं से समन्वय बनाकर उनके साथ चर्चा करना होगी। बैठकें कर कांग्रेस के आंदोलन और आगे के कामों पर ध्यान देना होगा। इसके साथ ही अभी जो सदस्यता अभियान चल रहा है, उसमें भी भाग लेकर नए लोगों को कांग्रेस से जोडऩा होगा। इसके साथ ही सरकार को कैसे  जवाब देना है और लोगों की समस्याओं को कैसे सुलझाना है, इस पर भी प्रभारी काम करेंगे। जल्द ही प्र्रभारियों की घोषणा कर दी जाएगी।