भोपाल । मप्र में कांग्रेस भाजपा सरकार को घेरने के लिए अलग-अलग रणनीति बना रही है। अब कांग्रेस भाजपा सरकार की नीतियों, महंगाई, बेरोजगारी और जनमानस में फैली भ्रांतियों पर जनसंवाद से भ्रम को दूर करने के लिए गांधी संदेश जन संवाद पदयात्रा निकाल रही है। पदयात्रा देवास जिले के नेमावर से प्रारंभ होकर प्रथम चरण में सीहोर और रायसेन तक 275 किमी की दूरी तय करेंगी। पदयात्रा का नेतृत्व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की मीडिया पैनेलिस्ट (प्रवक्ता) और भारतीय वायुसेना की सेवानिवृत्त विंग कमांडर अनुमा आचार्य करेंगी। यह यात्रा कांग्रेस के जनजागरण अभियान के मुद्दों पर आधारित होगी। अनुमा आचार्य ने गांधी संदेश जनसंवाद पदयात्रा के संबंध में अपने गृह नगर विदिशा में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पदयात्रा के बारे में बताया कि पदयात्रा दो चरणों में होगी। पदयात्रा का पहले चरण का शुभारंभ 19 नवंबर को देवास जिले के नेमावर से खातेगांव तक 16 किलोमीटर का होगा, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शामिल रहेंगे। दूसरे दिन की यात्रा खातेगांव से कन्नौद तक होगी। रात्रि विश्राम के बाद पद यात्रा 21 नवंबर से पुन: अमलाहा से शुरू होगी जो 275 किलोमीटर की यात्रा पूर्ण कर रायसेन जिले के बाड़ी में समाप्त होगी। यात्रा के दौरान जगह-जगह जन चौपाल के माध्यम से कांग्रेस पार्टी की समावेशी नीतियों से अवगत कराते हुये गांधी जी के विचारों से ओतप्रोत 'एकादश व्रतÓ पर आधारित एक बुकलेट भी नागरिकों को बांटी जायेगी और उन्हें सर्वोदय के सिद्वांतों की जानकारी दी जायेगी। यात्रा का दूसरा चरण रायसेन जिले की बमोरी से शुरू होकर रायसेन जिले तक जनवरी 2022 में होना प्रस्तावित है।

महंगाई, बेरोजगारी, महिला उत्पीडऩ मुख्य मुद्दे
इस पदयात्रा के दौरान स्थानीय नागरिकों से महंगाई, बेरोजगारी, महिला उत्पीडऩ, निजीकरण, स्थानीय मुद्दों के साथ केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार जनविरोधी नीतियों, वाट्सएप, फेसबुक के माध्यम से फैलायी जा रही विभिन्न भ्रांतियों पर जनसंवाद कर उनकी प्रमुख परेशानियों को जानेंगे। पदयात्रा में अभा प्रोफेशनल कांग्रेस के कई पदाधिकारी, मप्र महिला कांग्रेस की अध्यक्ष डॉ. अर्चना जायसवाल, पूर्व महापौर विभा पटेल, मोना सुस्तानी-राजगढ़, नूरी खान-उज्जैन, किरण अहिरवार-टीकमगढ़, प्रीति ठाकुर-रायसेन, प्रियंका किरार-विदिशा, रिंकी माहेश्वरी-सिरोंज सहित स्थानीय विधायकगण, कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी, मोर्चा संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता आचार्य के साथ पदयात्रा में शामिल होंगे।