भोपाल. मध्य प्रदेश (MP) में घुटना तोड़ राजनीति के बीच पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) अपने ही एक बयान को लेकर चर्चा में आ गए. मामला बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा (BJP MLA) के घर पर राम धुन रमाने का है. इस मसले पर पिछले कुछ दिन से माहौल गर्माया हुआ था.दिग्विजय सिंह अपने ही एक बयान को लेकर बीजेपी नेताओं के तंज से घिर गए. बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने अपने एक वायरल वीडियो में कहा था कि यदि कोई कांग्रेसी आए तो उसके घुटने तोड़ देना. रामेश्वर शर्मा के इस बयान को लेकर दिग्विजय सिंह ने बीजेपी विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. दिग्विजय सिंह ने ऐलान किया था कि 24 नवंबर को मिंटो हॉल में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद विधायक रामेश्वर शर्मा के घर तक पैदल जाएंगे और वहां उनकी सद्बुद्धि के लिए 1 घंटे तक रामधुन गाएंगे.

बुधवार को बोल गए गुरुवार
दिग्विजय सिंह के ऐलान के बाद रामेश्वर शर्मा ने उनके स्वागत की तैयारी की. अपने घर पर भव्य राम द्वार सजाया और प्रसाद में हलवा पूड़ी खिलाने की बात कही. दिग्विजय सिंह से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो वो कह गए मैं गुरुवार को उपवास करता हूं इसलिए मैं कहीं कुछ नहीं खाता. प्रसाद भी नहीं लेता. मैं रामेश्वर शर्मा के घर का नमक तक नहीं खाऊंगा. मसला ये था कि दिग्विजय सिंह का ये सारा कार्यक्रम बुधवार को हो रहा था लेकिन वो उसे गुरुवार कह गए थे.

उम्र का असर है
दिग्विज सिंह का इतना कहना भर था कि बीजेपी की तरफ से प्रतिक्रिया आना शुरू हो गयी. प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा दिग्विजय सिंह पर उम्र भारी पड़ रही है. वो बुधवार को गुरुवार कह रहे हैं. दिग्विज सिंह गुरुवार को कुछ नहीं खाते हैं लेकिन वो रामेश्वर शर्मा के यहां बुधवार को गए थे. गृहमंत्री ने तंज कसते हुए ये तक कह दिया था कि कहीं ऐसा ना हो कि बीजेपी विधायक के घर रामधुन करने पर दिग्विजय सिंह के खिलाफ सोनिया गांधी फतवा जारी कर दें.

नहीं हो पायी रामधुन
हालांकि दिग्विजय सिंह का रामधुन का ये कार्यक्रम अपने अंजाम तक नहीं पहुंच पाया था. वो मिंटो हॉल से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा के घर के लिए रवाना जरूर हुए लेकिन पुलिस बैरिकेडिंग के कारण वहां तक पहुंच नहीं पाए.