नारायणपुर :  छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक श्री चंदन कष्यप ने आज अबूझमाड़ हस्तषिल्प महोत्सव का षुभारंभ किया। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हस्तषिल्प विकास बोर्ड द्वारा अबूझमाड़ की धरा पर पहली बार देष के विभिन्न प्रांतों के षिल्पियों एवं कलाकरों को अपली कला का प्रदर्षन करने एवं प्रदेष और अबूझमाड़ की कलाओं को देखने और समझने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। अबूझमाड़ क्षेत्र की कलाकृतियां न केवल प्रदेष में बल्कि देष-विदेष में भी प्रसिद्ध है। क्षेत्र की कलाकृतियों के प्रदर्षन हेतु जिला प्रषासन एवं पखंुड़ी सेवा समिति की सहयोग से यह आयोजन किया गया है। उन्हांेंने बाहर से आये कलाकारों को अपनी षुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ष्यामबती नेताम, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री देवनाथ उसेण्डी, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता मांझी, नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री प्रमोद नेलवाल सांसद प्रतिनिधि श्री अजय देषमुख, पार्शदगण के अलावा कलेक्टर श्री धर्मेष कुमार साहू, एसडीएम श्री जितेन्द्र कुर्रे, बांसषिल्प प्रबंधक श्री आरआर भगत एवं मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।
कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का षुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ष्यामबती नेताम, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री देवनाथ उसेण्डी, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता मांझी कलाकरों की कला को निखारने हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना की और इसका अधिक से अधिक लाभ लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यहां की कला को जीवित रखने हेतु ऐसे आयोजन समय-समय पर होते रहने चाहिए। कार्यक्रम के आरंभ में पंखुडी सेवा समिति की सुश्री स्मिता रंगारी ने कार्यक्रम आयोजन के उद्देष्यों एवं कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी। इस दौरान बाल दिवस के अवसर पर बच्चों को पाठ्य सामग्री प्रदान की गयी। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्षन पंखुडी सेवा समिति की अध्यक्ष सुश्री खुषी ने आभार व्यक्त किया।  बता दें कि अबूझमाड़ हस्तषिल्प महोत्सव के दौरान प्रतिदिन विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी। जिसमें 15 नवम्बर को बांस षिल्पकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, 16 नवम्बर को कवि सम्मेलन, 17 नवम्बर को नारायणपुर सांस्कृतिक समूह द्वारा लाईव आर्केस्ट्रा, 18 नवम्बर को चित्रकला प्रतियोगिता, 19 नवम्बर को प्रियदर्षिनी महोत्सव (इंदिरा गांधी) के जन्मदिन के उपलक्ष्य पर, 20 नवम्बर को ओपन स्टेज और 21 नवम्बर को जगदलपुर आर्केस्ट्रा की प्रस्तुति एवं पुरस्कार वितरण किया जायेगा। इस महोत्सव में अन्य प्रदषों सहित प्रदेष की कलाकारांे द्वारा बस्तर आर्ट, बेलमेटल ज्वेलरी, माटीकला, लौह षिल्प, बांस षिल्प, हैण्डलुम एवं हैंडीक्राफ्ट, काटन ड्रेस, ड्राईफ्लावर, चेदरी साड़ी, बेलमेटल, टेराकोटा, डिजाईनर ज्वेलरी, जरदोजी वर्क, चिकन वर्क, वूडन आर्ट, जयपुरी लाख, बैंगल होम डेकोर, साउथ पर्ल, कारपेट, कष्मीरी षॉल, सहारनपुर, फर्नीचर, बम्बू फर्नीचर, सिल्क मटेरियल, कोसा साड़ी फलकारी आदि के स्टॉल लगाये गये हैं।