
केवड़िया । देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर गुजरात के केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर आयोजित समारोह में गृह मंत्री अमित शाह ने शिरकत की। उन्होंने इस दौरान सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी और कहा कि सरदार साहब का जीवन समर्पण और निष्ठा की प्रेरणा देता है। समारोह में उपस्थित जनमानस को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि भारत की एकता और अखंडता को कोई भी नहीं तोड़ सकता। गृह मंत्री ने कहा, ‘सरदार पटेल जी की दी हुई प्रेरणा ने ही आज देश को एक और अक्षुण्ण रखने का कार्य किया है। आज उनकी प्रेरणा देश को आगे ले जाने में, हमें एकजुट रखने में सफल हुई है।’ गृह मंत्री अमित शाह ने समारोह में कहा कि आज जो परंपरा हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने शुरू की है, देश के प्रथम गृह मंत्री और लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्म दिन को राष्ट्रीय एकता दिन के रूप में मनाने की परंपरा को आज हम आगे बढ़ा रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘आज सरदार पटेल की जयंती है। मैं पूरे देश में करोड़ों देशवासियों को बताना चाहता हूं कि सदियों में कोई एक सरदार बन पाता है, वो एक सरदार सदियों तक अलख जगाता है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘राष्ट्रीय एकता दिवस का अपना एक खास महत्व है। आज यह दिवस आजादी का अमृत महोत्सव है। आजादी के बाद हमें अंग्रेजों ने कई हिस्सों में बांटने की कोशिश की। सरदार पटेल ने इस साजिश को विफल किया और अखंड भारत का निर्माण किया।’
उन्होंने कहा, ‘हरिवंश राय बच्चन जी ने सरदार साहब के लिए एक कविता लिखी थी- पटेल देश का निगहबान हैं, पटेल देश की निडर जबान हैं। किसी भी बात को बेबाक तरीके से रखने में जरा भी झिझकते नहीं थे, इसलिए आज जब भारत माता का अखंड स्वरूप देख रहे हैं, तो केवल और केवल सरदार जी के कर्म का ही नतीजा है।’ गृह मंत्री ने कहा, ‘जब देश में 2014 में बदलाव हुआ, पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार बनी तब 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। ये इसलिए किया गया कि वर्षों तक आजादी के लिए सरदार पटेल ने जो संघर्ष किया, वो देश की युवा पीढ़ी को प्रेरणा देता रहे।’

Please do not enter any spam link in the comment box.