भोपाल । राजधानी में होने जा रहे जनजातीय सम्मेलन को लेकर प्रदेशभर में भी जोर-शोर से तैयारी की जा रही है। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में होने वाले इस सम्मेलन में प्रदेशभर के आदिवासी तो आएंगे ही, वहीं इंदौर संभाग के आदिवासी भी जुटेंगे। एक दिन पहले ही दूरदराज के आदिवासियों के इंदौर पहुंचने की संभावना है। उनके वहां ठहरने और भोजन की व्यवस्था प्रशासन कर रहा है। भाजपा के नेताओं को भी उनकी आवभगत की जवाबदारी सौंपी गई है।
इंदौर संभाग में झाबुआ और आलीराजपुर पूरी तरह से आदिवासी जिले हैं तो खंडवा के कुछ क्षेत्रों में भी आदिवासी निवास करते हैं। इसके साथ ही इंदौर में भी बड़ी संख्या में आदिवासी वर्ग काम-धंधे के लिए आता है। ऐसे सभी आदिवासी भोपाल में आयोजित जनजातीय सम्मेलन में भाग लेंगे। बिरसा मुंडा की जयंती पर होने वाले इस महाकुंभ को लेकर सरकार ने इंदौर के भाजपा नेताओं और प्रशासन को भी जवाबदारी सौंपी है, जिसकी समीक्षा के लिए गतदिनों गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ भाजपा के जनप्रतिनिधियों की बैठक ली थी और तैयारियों को लेकर निर्देश दिए थे। भाजपा के सभी जनप्रतिनिधि और नेता प्रशासन के साथ तालमेल बिठाकर आदिवासियों की मेहमानी करेंगे और उन्हें इंदौर में ठहराएंगे। कई जगह आदिवासियों का स्वागत भी किया जाएगा। इंदौर में जहां-जहां वे ठहरेंगे वहां की जवाबदारी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को बांटी जा रही है। चूंकि दूरदराज से आदिवासी बंधु आएगे, इसलिए इंदौर में उनके ठहरने के साथ-साथ भोजन की व्यवस्था रखी गई है। फिर 15 नवंबर की सुबह वे यहां से भोपाल रवाना होंगे।  इंदौर संभाग में एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जिसका नंबर 07648861050 रखा गया है।
इस तरह रहेगी व्यवस्था
भोपाल के पास के जिले जैसे रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद, राजगढ़, सीहोर, उज्जैन एवं देवास में रहने वाले आदिवासी बंधु सीधे 15 नवंबर को भोपाल के जम्बूरी मैदान पहुंचेंगे, जहां कार्यक्रम रखा गया है। वहीं इंदौर के साथ-साथ बचे हुए जिले से आने वाले आदिवासी एक दिन पहले इंदौर पहुंचेंगे और रात्रि विश्राम कर दूसरे दिन भोपाल जाएंगे और फिर भोपाल से इंदौर आकर 15 नवंबर का रात्रि विश्राम भी यहीं करेंगे। इसके बाद वे 16 नवंबर को अपने गंतव्य की ओर रवाना होंगे। राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम से निगरानी रखी जाएगी और हर तरह की सहायता यहां से मिलेगी। जिले में भी कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जहां के प्रभारी अतिरिक्त जिला कलेक्टर तथा डिप्टी कलेक्टर होंगे।