नई दिल्ली । दिल्‍ली की यात्रा पर आईं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री  ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात  के बाद पत्रकारों से कहा कि हम चाहते हैं यूपी में बीजेपी हारे, सपा प्रमुख अखिलेश यादव अगर मदद चाहते है तो हम तैयार हैं। एक अन्‍य सवाल पर ममता ने कहा कि हम चाहते हैं न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य पर कानून बने। अपनी प्रस्‍तावित मुंबई यात्रा को लेकर कहा कि 30 को मुंबई जाऊंगी तो उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मिलूंगी।
पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा, 'हमने पीएम से कोरोना वैक्सीन को लेकर बात की। 12 से 18 साल की उम्र के किशोरों के वैक्‍सीनेशन को लेकर बात हुई। जूट इंडस्ट्री को लेकर बात की। अब किसान जूट बेच नही सकते  पीएम से आग्रह किया कि जो कैप बनाया गया है उसको खत्म करें। ' केंद्र के साथ पश्चिम बंगाल सरकार के संबंध को लेकर कहा कि हमारे और आपके बीच राजनीतिक मतभेद हो इसका असर विकास का नहीं पड़ना चाहिए। हमने अगले वर्ष अप्रैल में होने वाली बिजनेस समिट के उद्घाटन के लिए पीएम को आमंत्रित किया है, जिसे उन्‍होंने स्वीकार किया है।' ममता ने कहा कि राजनैतिक विरोध अपनी जगह पर है पर मिलना-जुलना जारी रहेगा। उन्‍होंने कहा कि पॉलिटिकल और डेवलपमेंट रिलेशन अलग-अलग होते हैं। त्रिपुरा में हो रही हिंसा को लेकर बात की है।


उन्‍होंने कहा, ' राज्य का मुद्दों को लेकर मैं पीएम से मिली हूं। कई बार तूफान आए,आपदा आई। रुपया नहीं मिलेगा तो राज्य कैसे चलेगा?' ममता के अनुसार उन्‍होंने सीमा सुरक्षा बल के मुद्दे पर बात की।  संघीय ढांचा को लेकर बात की। उन्‍होंने कहा "सीमा सुरक्षा बल को ज़्यादा पावर देने से कानून व्यवस्था का मामला होता है। कई बार बॉर्डर में गोली चलाने से लोगो की मौत हो जाती है। अगर राज्य से मदद चाहिए तो बताए। संघीय ढांचे कोबचाने की जरूरत है। बीएससफ के आदेश को वापस लिया जाना चाहिए। ''