नई दिल्ली| पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव का मैदान सज चुका है। एक तरफ ममता बनर्जी ने भवानीपुर में पर्चा दाखिल किया तो वहीं भारतीय जनता पार्टी की प्रियंका टिबरेवाल सोमवार को भवानीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के खिलाफ एक वकील, टेबरीवाल को मैदान में उतारा गया है। ममता ने पहले ही अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है।
टिबरेवाल ने रविवार को भवानीपुर में एक दीवार पर भाजपा के कमल के प्रतीक को बना करके अपने अभियान की शुरुआत की। उन्होंने रविवार को कहा था, "मैं कल अपना नामांकन दाखिल करूंगी। पश्चिम बंगाल के लोगों को जीने का अधिकार है। ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस उनसे यह अधिकार छीन रही है।" टिबरेवाल ने भी कहा "मैं बंगाल के लोगों के लिए लड़ रही हूं"।

बता दें कि भवानीपुर के लिए उपचुनाव 30 सितंबर को दो अन्य निर्वाचन क्षेत्रों जंगीपुर और समशेरगंज के साथ होंगे।  मतों की गिनती बंगाल में दुर्गा पूजा समारोह शुरू होने से एक सप्ताह पहले 3 अक्टूबर को होगी।

भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रहीं प्रियंका टिबरीवाल ने अगस्त 2014 में बीजेपी का दामन थामा था। उनके बारे में कहा जाता है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित हैं और उन्हें राजनीति में अपना आदर्श मानती हैं। नेता से राजनेता बने भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो की सलाह के बाद ही प्रियंका भाजपा में शामिल हुई थीं। 2015 में प्रियंका टिबरीवाल ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में वार्ड संख्या 58 (एंटली) से कोलकाता नगर परिषद का चुनाव लड़ा था, मगर तृणमूल कांग्रेस के स्वपन समदार से हार गईं थीं। भाजपा में अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यों को संभाला और अगस्त 2020 में उन्हें पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया गया।