भारत रक्षा मंच द्वारा मंच के संस्थापक व प्रख्यात राष्ट्रवादी चिंतक श्री सूर्यकांत केलकर जी की अध्यक्षता तथा मध्यप्रदेश शासन की राज्य शिक्षा सलाहकार डॉ श्रद्धा तिवारी के मुख्य आतिथ्य में सनातन संस्कृति और पाश्चात्य शिक्षा विषय पर विचार संगोष्ठी आयोजित की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष श्री केलकर जी ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति विश्व की महानतम संस्कृति है जो युगों युगों तक अक्षुण्य रहेगी । विश्व की कई संस्कृतियां जरा जरा से झंझावातों से ही समूल नष्ट हो गईं जबकि हमारी सनातन संस्कृति विदेशी आक्रांताओं के लगातार 800 वर्षों के हमलों के बावजूद आज भी ना केवल सुरक्षित है बल्कि वैश्विक संस्कृति की ओर बढ़ रही है। यद्यपि पाश्चात्य शिक्षा पद्धति ने सनातन संस्कृति के प्रति कमतरी का भाव पैदा किया परंतु वह सनातनी लोगों को उनकी संस्कृति से विमुख करने में सफल नहीं हो सकी।
आयोजन की मुख्य अतिथि और मध्यप्रदेश शासन की राज्य शिक्षा सलाहकार डॉ श्रद्धा तिवारी ने कहा कि निःसंदेह पाश्चात्य शिक्षा ने हमारी सनातन संस्कृति को अल्पकालिक नुकसान पहुंचाया है परंतु सनातन संस्कृति इतनी सम्मृद्ध और वैभवशाली है कि पाश्चात्य शिक्षा पद्धति से शिक्षित लोग बोलचाल और वेशभूषा में भले ही पाश्चात्य संस्कृति के अनुयाई दिखें परंतु वे अंतर्मन से सनातन संस्कृति के ही पोषक हैं।अब तो फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, अमरीका और ब्रिटेन के लोग भी सनातन संस्कृति से प्रभावित होकर इसे अंगीकार कर रहे हैं।हिंदू धर्म रक्षा मंच के अध्यक्ष श्री योगेश अग्रवाल ने पाश्चात्य शिक्षा को सनातन संस्कृति का विरोधाभासी निरूपित किया।
अतिथियों का स्वागत जिलाध्यक्ष जीवेश पांडे,कार्यक्रम का संचालन महानगर अध्यक्ष एड. प्रशांत तिवारी व आभार प्रदर्शन युवा अध्यक्ष डा अभिषेक दुबे ने किया।
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