नई दिल्ली । बाढ़ से प्रभावित असम, महाराष्ट्र-बिहार, उत्तराखंड सहित यूपी में लोगों का जीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही भारी बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव हो गया है। नदियां उफान पर हैं। निचले इलाकों में लोगों के घरों में पानी घुस गया है। प्रशासन ने राहत और बचाव के उपाय शुरू किए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। 
भारी बारिश के चलते पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन की गई घटनाएं दर्ज की गई हैं। यूपी की सरयू नदी में आई बाढ़ से हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई है। बारिश के चलते लगातार बर्बादी हो रही है। रेलवे ट्रैक पर भी बाढ़ का पानी पहुंचा गया है, जिससे रूट का डायवर्जन किया जा रहा है। इतना ही नहीं मुश्किल घड़ी में काफी संख्या में लोगों की जान भी गई है। असम में बाढ़ ने तबाही मचा दी है। असम के 8 जिलों में 573900 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राहत कार्यो के लिए एनडीआरएफ की 10 टीमें राज्य में तैनात की गई हैं।
बिहार में भी बाढ़ भीषण बाढ़ से हालात बेकाबू हो गए हैं। नदियां उफान पर है। निजले इलाके जलमग्न हो गए हैं। जिसके बाद निचले इलाकों को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। रेल ट्रैक पानी में डूब गए हैं, इसलिए ट्रेन सेवा को स्थगित करना पड़ा है। बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीमें लगाई गई हैं। बिहार में भागलपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, वैशाली और पटना सहित 26 जिले बारिश और बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों दरभंगा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का एरियल सर्वे किया था। मुख्यमंत्री ने बताया था कि प्रभावित परिवारों को 6,000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
महाराष्ट्र में भी स्थिति बेकाबू है। यहां लगातार बारिश हो रही है, जिसकी वजह से चालीसगांव और जालगांव जिलों की स्थिति गंभीर होती जा रही है। चालीसगांव के विधायक मंगेश चव्हाण ने बताया कि भारी बारिश के कारण चालीसगांव के 10 गांवों में बाढ़ आ गई है। उधर, महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के कन्नड़ तालुका के कई हिस्से पिछले 24 घंटे में लगातार बारिश की वजह से जलमग्न हो गए। बारिश के कारण भीलदारी गांव में एक झील में उफान आने से निकट के इलाकों में पानी भर गया।