केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक के नेतृत्व में आज जबलपुर में आशीर्वाद यात्रा निकाली जाएगी। इसमें केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक के साथ लोकसभा के मुख्य सचेतक सांसद राकेश सिंह समेत अन्य जनप्रतिनिधि शामिल रहेंगे। जबलपुर भाजपा के महानगर अध्यक्ष जीएस ठाकुर ने बताया कि आशीर्वाद यात्रा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही निकाली जाएगी। सिर्फ यात्रा मार्ग में आंशिक बदलाव किया गया है। यात्रा के प्रभारी पूर्व महामंत्री संदीप जैन के मुताबिक केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र खटीक 28 अगस्त की सुबह 10 बजे सर्किट हाउस क्रमांक 01 में पत्रकार वार्ता करेंगे।

ये है आशीर्वाद यात्रा का पूरा रूट

शनिवार सुबह 11 बजे सदर स्थित शहीद स्मारक में पुष्पांजली अर्पित करेंगे। कटंगा तिराहा में शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। इसके बाद होम साइंस कॉलेज के पास स्पेशल ओलिंपियन रजनीश अग्रवाल के घर शहर के अन्य खिलाड़ियों से मिलेंगे। दोपहर 12 बजे भाजपा कार्यालय रानीताल पहुंचेगे। जहां कार्यकर्ताओं द्वारा अभिनंदन और आयुर्वेदिक औषधियों द्वारा तुलादान किया जाएगा।
 

बड़ी खेरमाई, फिर दयोदय जाएंगे केंद्रीय मंत्री

केंद्रीय मंत्री डॉ खटीक की आशीर्वाद यात्रा रथ के माध्यम से दोपहर 2 बजे रानीताल चौक, गढ़ाफाटक, चरहाई, घमंडी चौक, बड़ा फुहारा, कमानिया गेट, सराफा, मिलौनीगंज, हनुमाताल होते हुए शाम 3:40 बजे बड़ी खेरमाई मंदिर पहुंचेगी। यहां पूजन के बाद शाम 4 बजे मथुरा सेठ की बाड़ी भानतलैया में खटीक समाज द्वारा सम्मान किया जाएगा। शाम 5:15 बजे वे अंबेडकर चौक पर पुष्पांजली अर्पित करेंगे। जहां से पर्यटन चौक, नागरथ चौक, कटंगा, रामपुर, बरगी हिल्स होते हुए 5:45 बजे तिलवारा स्थित दयोदय तीर्थ पहुंचकर आचार्य विद्यासागर के दर्शन करेंगे।
 

शाम 7 बजे ग्वारीघाट में नर्मदा आरती में होंगे शामिल

वापसी में जसूजा सिटी, धनवंतरी चौक, मेडिकल, बरगी हिल्स से रामपुर होते हुए शाम 7 बजे ग्वारीघाट में आयोजित मां नर्मदा की आरती और पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। बैठक में पूर्व विधायक शरद जैन, महामंत्री पंकज दुबे, रजनीश यादव, रत्नेश सोनकर, व्यपारी प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक शरद अग्रवाल, महिला मोर्चा महामंत्री अश्वनी परांजपे के साथ जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष और व्यवस्था प्रभारी मौजूद थे।

10 साल तक पंचर बनाकर पूरी की पढ़ाई, अब पीएम मोदी के कैबिनेट में हैं मंत्री

7वीं बार सांसद बने डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट का हिस्सा हैं, लेकिन इनकी सादगी इनकी बड़ी पहचान है। पिता के साथ सागर में वे 10 सालों तक साइकिल की पंचर बनाते हुए पढ़ाई की। 17वीं लोकसभा में वे प्रोटेम स्पीकर भी चुने गए थे। उनके पास एक पुराना स्कूटर है। जब वह सागर से सांसद थे, तो इसी स्कूटर से घूमा करते थे। उनकी यही सादगी पहचान बन गई।
1977 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े
वे सांसद के तौर पर सागर रहे हो या फिर मौजूदा टीकमगढ़ सांसद हो, ये स्कूटर उनके साथ ही रहता है। कई कार्यक्रमों में स्कूटर से ही पहुंच जाते हैं। 1977 में वीरेंद्र खटीक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े थे। इमरजेंसी में 16 महीने जेल में रहे। साल 1996 में पहली बार सागर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। सागर से चार बार तो टीकमगढ़ से तीसरी बार सांसद बने हैं। वे चौपाल लगाकर क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को सुनते हैं।