ब्रिटेन की लियाने फॉरेस्ट इन दिनों बेहद खुश हैं क्योंकि अब उन्हें खुद से बेतहाशा प्यार है और वे लोगों को भी सीखा रही हैं कि अपनी कमियों के साथ ही खुद को स्वीकार कीजिए और प्यार कीजिए। वे इन दिनों लोगों को बॉडी कॉन्फिडेंस सीखा रही हैं। लियाने बताती हैं, ‘मेरा जन्म स्पाइना बिफिडा बीमारी के साथ हुआ था। इसमें मेरा दायां पैर सुन्न रहता था। बाद में हड्डी में संक्रमण के चलते घुटने के नीचे का हिस्सा खराब हो गया। 9 साल की होते-होते पैर काटने की नौबत आ गई। इस सच्चाई को मैं स्वीकार नहीं कर पाई थी। परिवार, रिश्तेदार और स्कूल जाने को लेकर परेशान होती थी। मैं अन्य लड़कियों की तरह उछलना-कूदना चाहती थी। मुझे कुछ अच्छा नहीं लगता था। करीब 5-6 साल तक मैं अपने प्रोस्थेटिक पैर सबसे छुपाती रही। यहां तक कि मैंने उसे त्वचा के रंग का ही बनवाया था। कई सालों तक खुद को आईने तक में नहीं देखा। कई लोग मेरा मजाक उड़ाते थे, लेकिन आखिरकार इसने मुझे और मजबूत बनाया।
एक दिन परिवार के साथ लंच पर बाहर जाना था, तो मैंने सोचा कि अब खुद को नहीं छिपाऊंगी और दुनिया को दिखाऊंगी कि मैं भी खास हूं। मैंने अपना नकली पैर लगाया, शॉर्ट्स पहने और फोटो खिंचवाई। मैंने जोर से चिल्लाकर कहा- ''बस, अब और नहीं। मैं दुनिया को खुद को दिखाने जा रही हूं। जिसे घूरना है घूर लें, यह मैं हूं और मैं ऐसी ही हूं। मुझे खुद पर गर्व है।’ इसके बाद मैंने उन लोगों के बारे में सोचा, जो मेरी तरह सोचकर अकेलेपन में जिंदगी गुजार रहे हैं या अपनी उन कमियों को लेकर चिंतित हैं, जो हमारे हाथों में नहीं हैं। मैं उनसे कहना चाहती हूं कि आप जैसे भी हैं, खुद से प्यार कीजिए''।’
लियाने अब मैनचेस्टर में लिंबर्स एसोसिएशन और नेशनल चैरिटी की हब कॉर्डिनेटर हैं। वह लोगों से अपने अनुभव शेयर करती हैं और उन्हें बॉडी पॉजिटिव बनने के लिए कहती हैं। वे कहती हैं- ‘जब आप खुद में कमी देखते हैं, तो आप इकलौते व्यक्ति हैं, जो खुद को नुकसान पहुंचा रहे हो। जो आपके पास है, उस पर गर्व कीजिए।’
https://www.bhaskar.com/women/lifestyle/news/leanne-forrest-of-britain-is-amputated-in-illness-has-not-seen-a-mirror-for-many-years-is-now-learning-to-love-herself-128440438.html
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