इन सावधानियों को अपनाकर बचा जा सकता है कोविड के संक्रमण से (जनहित में जारी)
कोविड-19 वायरस, अलग-अलग लोगों को अलग-अलग तरह से प्रभावित करता है. संक्रमित हुए ज़्यादातर लोगों को थोड़े से लेकर मध्यम लक्षण तक की बीमारी होती है और वे अस्पताल में भर्ती हुए बिना ठीक हो जाते हैं.
आम लक्षण:
बुखार, सूखी खांसी, थकान,
कम पाए जाने वाले लक्ष्ण:
खुजली और दर्द, गले में खराश, दस्त, आँख आना, सरदर्द, स्वाद और गंध न पता चलना, त्वचा पर चकत्ते आना या हाथ या पैर की उंगलियों का रंग बदल जाना l तथ्यों की जानकारी रखकर और ज़रूरी सावधानियां अपनाकर, आप खुद को और अपने आस-पास के लोगों को सुरक्षित रख सकते हैं. स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई सलाह मानें.
कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए:
बार-बार हाथ धोएं. हाथ धोने के लिए, साबुन और पानी या एल्कोहल वाला हैंड रब इस्तेमाल करें l अगर कोई खांस या छींक रहा है, तो उससे उचित दूरी बनाए रखें l शारीरिक दूरी बनाना संभव न हो, तो मास्क लगाएं l आंखें, नाक या मुंह को न छुएं.खांसने या छींकने पर नाक और मुंह को कोहनी या टिश्यू पेपर से ढक लें.अगर आप ठीक नहीं महसूस कर रहे हैं, तो घर पर रहें.अगर आपको बुखार, खांसी है और सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर के पास जाएं. आपको स्वस्थ्य सेवा देने वाली संस्था से पहले ही संपर्क कर लें, ताकि वह आपको बता दे कि इलाज के लिए कहां जाना चाहिए. यह आपको बचाता है और वायरस और अन्य संक्रमणों को फैलने से रोकता है.
मास्क-
मास्क लगाने पर, मास्क लगाने वाले व्यक्ति से दूसरे लोगों में वायरस फैलने से रोकने में मदद मिलती है. सिर्फ़ मास्क लगाकर कोविड-19 से नहीं बचा जा सकता. हमें साथ में शारीरिक दूरी बनाए रखनी होगी और हाथों को साफ रखना होगा. स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई सलाह मानें.
खुद की देखभाल
अगर किसी ऐसे व्यक्ति से आपका संपर्क हुआ है जिसे COVID-19 है, तो ये चीज़ें करें: अपने डॉक्टर या COVID-19 हॉटलाइन पर कॉल करके पता करें कि आप कब और कहां टेस्ट करवा सकते हैं. वायरस को फैलने से रोकने के लिए, उन प्रक्रियाओं में सहयोग करें जिनसे पता लगाया जाता है कि आप किस-किस के संपर्क में आए थे. अगर टेस्ट करवाने की सुविधा उपलब्ध नहीं है, तो 14 दिनों के लिए दूसरे लोगों से दूर, घर पर रहें. जब आप क्वॉरंटीन में हों, तब काम, स्कूल या सार्वजनिक जगहों पर न जाएं. ज़रूरत का सामान किसी व्यक्ति से घर पर ही मंगवा लें. दूसरे लोगों से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें, यहां तक कि अपने परिवार के लोगों से भी.
दूसरे लोगों की सुरक्षा के लिए मेडिकल मास्क पहनें, अगर आपको चिकित्सा देखभाल की ज़रूरत हो, तब भी मास्क पहनें.
अपने हाथों को बार-बार साफ़ करते रहें. परिवार के अन्य लोगों से अलग, किसी दूसरे कमरे में रहें. अगर ऐसा संभव न हो, तो मेडिकल मास्क पहनें. कमरे में हवा आने-जाने के लिए खिड़कियां-दरवाज़े खुले रखें. अगर आप किसी अन्य व्यक्ति के साथ कमरे में रहते हैं, तो दोनों के बिस्तरों के बीच कम से कम 1 मीटर की दूरी होनी चाहिए. 14 दिनों तक खुद पर नज़र रखें कि बीमारी का कोई लक्षण तो नहीं दिख रहा है.
अगर आपको इनमें से कोई भी खतरे के संकेत मिले तो तुरंत अपने डॉक्टर को कॉल करें: सांस लेने में परेशानी, बोल न पाना या हिल-डुल न पाना, उलझन या सीने में दर्द. अपने करीबी लोगों से फ़ोन या इंटरनेट के ज़रिए ऑनलाइन जुड़े रहकर और घर पर कसरत करके, सकारात्मक बने रहें. COVID-19 का इलाज खोजने और विकसित करने के लिए, पूरी दुनिया के वैज्ञानिक काम कर रहे हैं. ऑप्टिमल सपोर्टिव केयर के तहत, बहुत ज़्यादा बीमार मरीज़ों और गंभीर बीमारी की चपेट में आने के जोखिम वाले लोगों को ऑक्सीजन देना शामिल है. साथ ही, गंभीर रूप से बीमार मरीज़ों को ऐडवांस रेसपिरेट्री सपोर्ट, जैसे कि वेंटिलेशन देना भी शामिल है. डेक्सामेथेसोन एक कॉर्टिकोस्टेरॉइड है, जो वेंटिलेटर सपोर्ट के समय को कम करके, बहुत ज़्यादा और गंभीर रूप से बीमार मरीज़ों की ज़िंदगी बचाता है. COVID-19 से बचाव या इसके इलाज के लिए, WHO खुद से दवा लेने की सलाह नहीं देता, इसमें एंटीबायोटिक लेना भी शामिल है.
इसका मकसद सिर्फ़ जानकारी देना है. सलाह पाने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें.
Source-https://bit.ly/3nnyRav
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