सोहांसड़ा गांव की महिला प्रियंका के साथ पंजाब नेशनल बैंक प्रबंधन ने बड़ा धोखा कर दिया। दो एकड़ जमीन में अपने पति सुरेश के साथ मिलकर बूढ़ी सास की दवा और बेटे की पढ़ाई का खर्च मुश्किल से निकल रहे थे। वहीं बैंक ने नियमों को दरकिनार करते हुए महिला का तीन लाख सालाना प्रीमियम का जीवन बीमा कर दिया।
दरअसल महिला ने अपनी 10 साल की गाढ़ी कमाई से बचाकर जुटाए 3 लाख रुपये एफडी कराने के लिए बैंक में दे दिए थे, लेकिन बैंक कर्मचारी ने उसकी बीमा पॉलिसी कर दी। जब उनके पास पॉलिसी का बॉन्ड आया तो उनके बेटे ने किसी से पूछकर बताया कि यह एफडी नहीं बीमा पॉलिसी है।
वे इसे दुरुस्त कराने के लिए बैंक के सौ चक्कर काट चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। बैंक प्रबंधन इस मामले में महिला कर्मचारी की गलती बताकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है।
महिला और उसके पति ने अपने इकलौते लड़के की पढ़ाई, कोचिंग व कोर्स के लिए तीन लाख रुपये की एफडी कराने का प्लान किया।
इसके लिए 17 सितम्बर 2019 को वे पीएनबी बैंक लोहारू में आए और अपने रुपयों की एफडी कराने की बात कही। इस दौरान वहां पर एक महिला कर्मचारी ने उनको एफडी कराने की बात कही, लेकिन एफडी की बजाय धोखे से उसकी नकदी से तीन लाख सालाना प्रीमियम का जीवन बीमा कर दिया, जिसे उसका गरीब परिवार कभी नहीं भर पाएगा।
जो पॉलिसी बैंक ने की है उसके अनुसार महिला का प्रीमियम तीन लाख सालाना है। बीमा करने के लिए आईटीआर व आय के साधन देखे जाने चाहिए थे, परन्तु प्रबंधन ने सभी नियम-कायदाें को दरकिनार करक बीमा पॉलिसी कर दी।
यही नहीं किसी भी बीमा पॉलिसी के लिए बीमा कंपनियां मेडिकल करवाती हैं और पूरे शरीर का चेकअप होता है। परन्तु महिला प्रियंका का आरोप है कि उसका कहीं पर मेडिकल चेकअप नहीं कराया गया और फर्जी तरीके से कागजात पूरे किए गए हैं। एक मजदूर महिला का इतने बड़े प्रीमियम का बीमा कैसे कर दिया गया, यह जांच का विषय है।
बच्चे के भविष्य के लिए करवाना चाहते थे एफडी
दूसरी कक्षा तक पढ़ी सोहांसड़ा गांव की महिला प्रियंका देवी ने बताया कि वह अपने पति सुरेश के साथ मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करती है। उनके महज दो एकड़ जमीन है और पुत्र स्नातक की पढ़ाई कर रहा है, वहीं एक 80 साल की बुजुर्ग सास है। सरकार की योजना के तहत उनके परिवार को अनाज मिलता है। बच्चे के भविष्य के लिए ही एफडी कराने की सोची थी।
..तो कोर्ट तक जाएंगे: एफडी की जगह झूठे मेडिकल के आधार पर की गई बीमा पाॅलिसी को लेकर पीड़ित महिला और उसके पति का कहना है कि यदि उन्हें उनके पूरे पैसे वापस नहीं मिले तो वे पुलिस से धोखाधड़ी की शिकायत करेंगे और जरूरत पड़ी तो न्याय लेने के लिए कोर्ट का सहारा भी लेंगे।
हेड ऑफिस को कर दी है शिकायत
बैंक प्रबंधक पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि इस महिला का केस उच्चाधिकारियों को भेजा गया है ताकि इसका कोई समाधान हो सके। सूचना मिलते ही अवगत कराया जाएगा। जिस महिला कर्मचारी ने गलती की है,उसके बारे में हेड ऑफिस के अधिकारियों को अवगत कराया गया है।
15 दिन के भीतर पहुंच गए थे बैंक में : जब प्रियंका को पता चला कि बैंक के कर्मचारियों ने उसके साथ धोखाधड़ी कर दी है तो वह अपनी पॉलिसी लेकर 15 दिन के अंदर बैंक के कर्मचारी के पास गई थी, परन्तु उन्हाेंने उसकी एक न सुनी और प्रीमियम भरने को कहा।
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from KAPS Krishna Pandit
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