
दिल्ली के भू वैज्ञानिकों ने गुरुवार को नगर निगम अधिकारियों के साथ किले की मिट्टी की जांच करने के लिए 12 स्थान चिन्हित किए। इन जगहों पर मशीन लगाकर 30 फीट नीचे की मिट्टी के सैंपल लिए जाएंगे। इसी सैंपल से जांच की जाएगी। वहीं डीसी धर्मेंद्र सिंह ने भी किला व मुख्य बाजार निवासियों के साथ बैठक कर सुझाव मांगे। साथ ही मकान व दुकानों में आई दरारों की समस्या के समाधान काे लेकर प्रशासन की योजनाओं से अवगत कराया।
नगर निगम जेई अजय छौक्कर ने बताया कि उन्होंने दिल्ली से आए वैज्ञानिकों को सैंपल लेने के लिए 12 स्थान दिखाए। ये सभी स्थान तय कर लिए गए हैं। 2 दिन में सैंपल लेने की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। मुख्य बाजार प्रधान निशांत सोनी ने कहा कि किसी भी मकान या दुकान मालिक को नोटिस देकर परेशान न किया जाए। सभी जिसके घर व दुकान में दरार आई है, उसकी पीड़ा वो ही समझ सकता है। इस अवसर पर दीवान चंद चावला, दीपक अरोड़ा, नरेंद्र जुनेजा, जगजीत सिंह गंभीर, एडवोकेट अरविंद, जीतलाल बराड़ा, कुलदीप शर्मा, प्रवीण सरदाना, राजकुमार शर्मा, रमेश अरोड़ा मौजूद रहे।
रुड़की की टीम ने मकान व दुकानों में दरार आने के बताए 7 संभावित कारण
कारण बताकर सॉयल टेस्टिंग स्टडी की सलाह दी
दिसंबर 2019 में भी किला के ऊपर 65 से ज्यादा घरों में आई दरारों के कारण जानने के लिए सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट रुड़की के दो वैज्ञानिकों ने सैंपल लिए थे। उसी आधार पर 7 संभावित कारण बताकर सॉयल टेस्टिंग स्टडी की सलाह दी है। 1. चारों ओर से मिट्टी कटाई, 2. घरों में शौच के होद, 3. दीवाराें में बीम न होना, 4. अंडर ग्राउंड पानी के टैंक, 5. पानी निकासी की पाइप, 6. पानी सप्लाई वाली पाइप में लीकेज व भारी बारिश को संभावित कारण बताया है।
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from KAPS Krishna Pandit
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